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(च) उपप्रवर्तिनी श्री सुन्दरीजी महाराज का अवशिष्ट शिष्या-परिवार548
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| साध्वी नाम
जन्म संवत् स्थान पिता का नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | गुरूणी
विशेष विवरण
2006
श्री शांतिदेवीजी श्री भागवन्तीजी | श्री शारदाजी
1989 उकलाना | श्री दयालालजी | *रोहतक *केसरीलालजी | 2001 रोहतक | श्री चंदगीरामजैन
| 2014
श्री अर्चनाजी
2009 लड़सोली | श्री सूरजभान जैन
| 2025 मार्च 6
1 2025
2036र 1
श्री शिक्षाजी श्री वंदनाजी श्री संगीताजी श्री सौरभजी
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2008 जगरावां मंडी | कपूरचंद्रजी अग्र. 2017 रोहतक वीरभानजी जैन 2025 - हुकमचंदजी जैन 2025 खानपुर चौधरी इन्द्रसिंह
2043
2043
श्री सुंदरीजी | कष्ट सहिष्णु, परिषहजयी
| श्री सुंदरीजी | सेवाभावी, मधुर स्वभावी जींद (हरि.) श्री शांतिदेवीजी | ज्ञान, ध्यान, संयम में उत्कृष्ट
सेवाभाविनी हैं। | जगरांवा श्री आज्ञावतीजी | मृदु स्वभाव, मधुरकंठ, प्रभाकर
परीक्षा उत्तीर्ण, मासखमण आदि
तप, दीप्त तपस्विनी पद से अलंकृत जगरावां श्री भागवंतीजी गुरूसेवा व विशुद्ध संयम में लीन रोहतक श्री भागवंतीजी | सारगर्भित प्रवचन, ज्ञानाराधिका अंबाला श्री सुंदरीजी स्वाध्यायशीला अम्बाला |श्री सुशीलाजी स्वाध्यायशील, सेवापरायणा,
शीतलजी शिष्या | माडलटाउन दि. श्री सुषमाजी वक्तृत्वकला, कंठकला श्रेष्ठ माडलटाउन दि. श्री सुशीलाजी | वक्तृत्वकला में निपुण
श्री संयमप्रभाजी विनयगुणसम्पन्न श्री संयमप्रभाजी | कई आगम कंठस्थ, विनम्र
श्री संयमप्रभाजी | आगमज्ञ, प्रवचनशैली मधुर बुटाना
श्री शारदाजी प्रवचन व गायन में दक्ष, सुगंध (सोनीपत)
जी, सुपावनजी शिष्या विवेकविहार दि. श्री अर्चनाजी अध्ययन, सेवा, मौन, जप में रूचि रोहिणी श्री सुषमाजी सात आगम व 100 स्तोक सै. 3, दि
कंठस्थ
2045
2028 रिंढाणा 2019 दिल्ली दनौदा
2045
2046
श्री सन्मतिजी | श्री सुनीताजी श्री सुचारूजी श्री सुभद्राजी श्री सुनीतिजी श्री ज्योतिजी
श्री दयाचंदजी श्रीरामजी जैन साधुरामजी जैन | श्री कूलचंद्रजी साधुरामजैन राजकुमारजी शर्मा
2046
दनौदा
2047
2022 बुटाना
2048 मई 8
| श्री अनुपमाजी | श्री साधनाजी
2033 बरनाला(पं.) गोविंदरामजी जैन 2028 उकलानामंडी| श्री मदनलालजी
2049र. 16 2050
जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास
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548. संयम-सुरभि : पृ. 141-159