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________________ Jain Education International स्थानकवासी परम्परा की श्रमणियाँ मामा For Private & Personal Use Only 735/ क्रम साध्वी नाम जन्म संवत् स्थान | पिता का नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान |गुरूणी विशेष विवरण | श्री शांतिकुंवरजी पाना की देवलाली धनराजजी सिंघवी | 2012 आसा.शु. 10 | पूना श्री सज्जनकुंवरजी | सामान्य धार्मिक अभ्यास। श्री मंगलप्रभाजी 2008 पूना मिश्रीलालजी बोरा |2027 मई 25 पिंपलगांव |श्री उज्जवलकु.जी | वर्षीतप, अठाई, तेले आदि, तप शासन प्रभाविका, पुस्तक-प्रीति पुष्प, मंगल स्मरण 134. श्री दिव्यज्योतिजी | 2021 उज्जैन |झमकलालजी गांग |2038 मा. शु. 11 | भोपाल प्र. रतनकंवरजी बी.ए., शास्त्री, भाषारल, दो वर्षी तप, 11, 8 तप, पुस्तक-चिंतन, दिव्य चिंतन परक लेख 135. श्री अमितज्योतिजी 2021 मुंबई धनजीभाई गंगर 2043 मा.शु. 15 मुंबई |श्री आदर्शज्योति जैन प्रभाकर, जैन विद्यावारिधि; तप-8,8,9,16 | श्री शीतलज्योतिजी | 1988 नागदा माधुलाल जी जैन 2043 मा.शु. 15 | मुंबई |श्री आदर्शज्योति | तप-कई अठाई, 11, 15, 21, 31, 35, 41 व दो वर्षीतप 137. श्री कल्पदर्शनाजी | 2027 बड़वाह मोतीलाल चपलोत 12047 मार्च 8 आरणी (रा.) श्री प्रियदर्शनाजी आठ शास्त्र कंठस्थ, जैन विशारद, दीक्षा पूर्व स्वाध्यायी, 16, 11, |8 तप, वर्षीतप, कल्याणक श्री आत्मज्योति जी | 2029 चेन्नई संपतराजजी लुंकड़ | 2049 वै. कृ. 4 | श्री आदर्शज्योति |विशारद, बी. ए., तप-वर्षीतप श्री विरागदर्शनाजी - आष्टा (महा.) | मोहनलाल लोढ़ा 1 2050 वै. शु. 6 श्री प्रियदर्शनाजी दो मासखमण, 10 अठाई, 15, | 21, बेले से वर्षीतप, 11 वर्षीतप श्री सुदर्शनाजी | 2020 - | केसरीमलजी पोरवाड़ | 2050 जु. 15 प्रतापगढ़ श्री दयाकंवरजी दो अठाई, 11 ओली आदि तप श्री रजतज्योतिजी 2033 नासिक पन्नालाल गांधी | 2056 वै.शु. 3 | जाडन (पाली)| श्री आदर्शज्योति | जैन विशारद, बी. एस. सी, तप वर्षांतप 142. श्री अंतरज्योतिजी 2039 उज्जैन धनराज चपलोद | 2057 मृ.शु. 15 | अग्मेट श्री आदर्शज्योति जैन विशारद, बी. ए. (प्रथम वर्ष) 143.0 श्री प्रभाकुंवरजी सूपापवार (नगर) - |श्री चन्द्रकुंवरजी |मधुरकंठी, नौ वर्ष की उम्र में विवाह व वैधव्य, थोकड़ों की ज्ञाता 144. डॉ. लक्षितसाधनाजी 2058 डॉ. मुक्तिप्रभाजी अनुप्रेक्षा ध्यान व योग के परिप्रेक्ष्य में सिद्धांत, प्रयोग व परिणाम पर लाडनूं वि. भा. से डॉ. की उपाधि प्राप्त 145. श्री जिनेशाजी 2063 फर, 19 नाशिक |श्री सुयशा जी पूना www.jainelibrary.org
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
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