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________________ Jain Education International क्रम । साध्वी नाम श्री सोहनकुंवरजी श्री रामकुंवरजी श्री रतनकुंवरजी श्री सज्जनकुंवरजी श्री दौलतकुंवरजी 89. | श्री राधाजी | 1990 श्री राजकुंवरजी For Private & Personal Use Only 732 जन्म संवत् स्थान पिता का नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि दीक्षा स्थान गुरूणी विशेष विवरण | 1955 इंदौर इन्द्रचंदजी सुराणा | 1989 मृ. शु. 13 | मंदसौर प्र. श्री रत्नकुंवरजी| उज्जैन में विवाह, दीक्षा में जैन (उ. प्र.) दिवाकर चौथमलजी म. भी ललितपुर गिरधारीलाल श्रावगी | 1989 का. शु.9 | - श्री जयकुंवर जी | न्याय, व्याकरण साहित्यज्ञ, प्रभाकर परीक्षा दी, सुवक्ता | घोड़नदी विरदीचंदजी दूगड़ प्र. श्री शांतिकुंवर | 10 वर्ष की वय में दीक्षा, बुद्धि तीव्र, होनहार, सातारा में स्वर्गवास | 1968 मालीचिंचोरा उत्तमचंदजी बोरा | 1989 27. शु. 3 मिरी (नगर) प्र. श्री शांतिकुंवर अति सरल, शांत, सेवाभाविनी, पंजाब में भी विचरीं। 1958 बड़वा चुन्नीलाल कंदोई | 1990 म. शु. 5 | मंदसौर श्री इन्द्रकुंवरजी | धर्मप्रभाविका, सं. 2000 यवत(म. प्र.) माल में स्वर्गवास। 1956 सिल्लोड़ श्री हर्षचंद वागरेचा | 1990 अमरावती | श्री अमृतकुंवरजी | आत्मार्थी. नगर समीपस्थ किसी | गांव में स्वर्गवासा पिपली (पूना) अहमदनगर | श्री राधाजी शिक्षित हैं, वैधव्य के पश्चात् दीक्षा ली। धरियावद (मालवा ताराचंद कोठारी | 1991 मा. शु. 4 | कुंथा |श्री हगामकुंवरजी | दस वर्ष की वय में दीक्षित, निर्मलप्रज्ञा, 1994 भंडारा में स्वर्ग 1959 कोंबली मूलचंद भलगट 1991 पो. कृ. 12 करमाला प्र. श्री राजकुंवरजी 35 वर्ष की वय में दीक्षा, शुद्ध हृदया, वैयावृत्य परायणा मद्रास बरमेचा गोत्र 1992 पोष मास पूना श्री रंभाजी | भद्रपरिणामी, 2008 पूना में | स्वर्गवास। | आवलकुट्टी (महा. 1992 काल्गुन प्रव. श्री रंभाजी | अल्पवय में दीक्षित। संयम से पतित। 1953 जलगांव | श्री रामलाल रांका | 1992 का. शु. 13 प्र. श्रीराजकुंवरजी | प्रकृति से भद्र 1981 यवतमाल परशुराम राजपूत | 1992 मा. शु. 7 पीपरखुटा |श्री अमृतकुंवरजी | बा.ब्रा. प्रशांत हृदयी, शास्त्र व स्तोक की ज्ञाता, होनहार थी। | पीपाड़ हस्तीमल भंडारी 1993 म. शु. 15 | हींगनघाट |श्री जानकुंवरजी अहमदनगर चंदनमलजी पितले | 1993 वै. कृ. 11 अहमदनगर | प्र. श्रीराजकुंवरजी | श्री रंभाबाई का स्थानक आपकी दादी द्वारा प्रदत्त है। श्री जानकुंवरजी श्री सज्जनकुंवरजी श्री फूलकुंवरजी श्री बसंतकुंवरजी श्री गुलाबकुंवरजी श्री जयकुंवरजी जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास www.jainelibrary.org श्री मगनकुंवरजी श्री माणककुंवरजी
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
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