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तेरापंथ परम्परा की श्रमणियाँ
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19651
क्रम संदीक्षा क्रम| साध्वी-नाम जन्मसंवत् स्थान पिता-नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | विशेष-विवरण 250. |302 श्री सुप्रभाजी 1995 डूंगरगढ़ ऋषभचंदजी छाजेड़ 2014 का. कृ.9 | सुजानगढ़ सूत्रवाचन, 300 गाथाओं का प्रतिदिन
स्वाध्याय,सेवाभाविनी 303
श्री उज्जवल 1995 सिसाय चन्द्रभाणजी सींगल | 2014 का. कृ.9 | सुजानगढ़ | ज्ञान-सूत्र, स्तोक, संस्कृत, तप के दिन | कुमारीजी
532,स्फुटकर तप,संवत् 2054 से अग्रणी 252. | 304 श्री कुमुदश्रीजी |1995 राजगढ़ | बालमुकुन्द सुराणा | 2014 का. कृ.१ | सुजानगढ़ | ज्ञान-सूत्र,स्तोक, संस्कृत, विविध भाषाओं
में सैकड़ों गीत रचे, तप के दिन 798,
अढाई सौ प्रत्याख्यान 253. 306 | श्री विद्यावतीजी |1996 डूंगरगढ़ | अर्जुनलाल पुगलिया | 2014 पौ. कृ. 5 | डूंगरगढ़ | आगमबत्तीसी वाचन, तप सैकड़ों उपवास,
5 तेले, संवत् 2048 से अग्रणी 254. 307 श्री ज्ञानवतीजी 1993 लाडनूं गुलाबचंदजी कोठारी | 2014 मा. शु. 14 | लाडनूं साधनाभ्यास 255. | 308 श्री जयमालाजी |1996 नोहर चंपालालजी लूनिया | 2014 मा. शु. 14 | लाडनूं आगमवाचन,रचना-गद्यमें अनेक एकांकी,
पद्य में लघु व्याख्यान, गीत, मुक्तक, तप 1 से 8 लड़ीबद्ध, हजारों उपवास,
प्रतिवर्ष दस प्रत्याख्यान 256. 309 श्री मधुमतीजी |1995 टमकोर दीपचंदजी कोठारी | 2015 आसो. शु. 15| कानपुर ज्ञान-कई सूत्र, व्याकरण, कार्यदक्ष, तप
दिन 517, अढ़ाई सौ प्रत्याख्यान एक बार 257. 311 श्री गुणमालाजी |1996 उदयपुर पूनमचंदजी तलेसरा 2015 आसो. शु. 15| कानपुर धार्मिक 5 वर्ष की परीक्षा, सैकड़ों गीत व
संवाद बनाये, 1500 उपवास,2 मासखमण,
11 तक लड़ी, 13, 15 उपवास 258. | 3120 श्री भागवतीजी 1996 बाव मोहनलालजी पारख 2015 आसो.शु.15 | कानपुर कई आगम वाचन, धनद चरित्र आदि कई
व्याख्यान बनाये। तप-उपवास हजारों,2 से
8 तक तप दिन 149,अग्रणी संवत् 2040 से 10श्री सुभद्राजी घसीएन उड़ीसा कालूरामजी अग्रवाल | 2016 का. शु.8 कलकत्ता संवत् 2019 गोगुंदा में स्वर्ग-प्रस्थान श्री कुशल श्रीजी 1996 सरदारशहर लालचंदजी चंडालिया 2016 का. शु.8 कलकत्ता 1 से 8 तक लड़ीबद्ध उपवास, संवत् 2052/
में स्वर्गवास
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