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158/षडावश्यक सम्बन्धी साहित्य
सामायिकसूत्र
यह पुस्तक मूलतः प्राकृत में है। मूल सूत्रों का हिन्दी में अनुवाद किया गया है। यह स्थानकवासी परम्परा से सम्बन्धित हैं। इसमें उनकी परम्परानुसार गुरुवन्दन की विधि, सामायिक ग्रहण की विधि एवं सामायिक पारने की विधि दी गई है। अंत में सामायिक के दोष, सामायिक संबंधी प्रश्नोत्तरी का निरूपण है। सामायिक प्रतिक्रमणसार्थ
___ यह पुस्तक प्राचीन हिन्दी भाषा में प्रकाशित है। इसमें तेरापंथ परम्परा के श्रावक-श्राविकओं की सामायिक एवं प्रतिक्रमण की विधि दी गई है। यह कृति प्रकाशन की दृष्टि से प्राचीन प्रतीत होती है। इस परम्परा के प्रतिक्रमण सूत्र एवं उसकी विधि की चर्चा पूर्व में कर चुके हैं।उनकी परम्परा में प्रचलित स्तवन-सज्झाय-लावणी- अणुकंपा की ढाल, आचार की ढाल, भिक्षुस्वामी चारित्र की तेरह ढाल आदि भी इस पुस्तक में संकलित है।
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