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सामान्य वर्तमान काल ]
भाग २ : अनुवाद
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हो (विककीण) । तुम रास्ते में थूकते हो। वह सोना चुराता है । वह तुम्हारा सच्चा मित्र है।
(ख) हिन्दी में अनुवाद कीजिए--भडो नई तरइ । इत्थीओ मालाओ धारंति । वत्युणा परिगहो होइ । बाणेण कज्ज होइ । अहं बालाअ फलं दामि । सिसू कमलाण कंदइ । अहं छत्तत्तो पोत्यअंणेमि । सीसो साधुत्तो पढइ । सा घरत्तो धणं णेइ । सा ताअ धूआ (लड़की) अस्थि । मज्झ पुत्थअं अस्थि । णरस्स जम्मो सेट्ठो अस्थि । छतस्स जण भो गच्छइ । सीसे विणयं अत्थि । कमले भमरो णस्थि । अहं णयरे वसामि । कण्गेहिं सुणे मि । नयणेहिं देक्खामु । ण को वि तं हणि उ समत्थो । तुमं गिहे णिवससि । अहं वत्थं धारेमि ।
पाठ ३ सामान्य वर्तमान काल उदाहरण वाक्य [सर्वनाम, विशेषण एवं अव्ययों का प्रयोग]--
१. मैं तुम्हें जानता हूँ अहं तुमं जाणामि । २. तुम किसे देखते हो तुम कं पाससि ? ३. वह उन सब स्त्रियों को नमन करती है =सा ताओ इत्थीओ नमइ । ४. क्या वह बालिका माला धारण करती है कि सा बाला मालं धारइ । ५. ये कार्य हमारे द्वारा होते हैं =इमाणि कज्जाणि अम्हेहि होंति । ६. राम और सीता वन में जाते हैं =रामो सीया य (च) वणे गच्छन्ति । ७. यह नाचती है और तुम पत्र लिखते हो=इमा णच्चइ तुम य पत्तं लिहइ । ८. वे क्या ले जाते हैं ते कि णेति ? ९. मैं वहाँ गीत गाता हूँ अहं तत्थ गीरं गामि । १०. क्या वे (स्त्रियाँ) कथा कहती हैं कि ताओ कहं कहन्ति । ११. हम सब व्याकरण पढ़ाते हैं और वे प्रश्न पूछते हैं अम्हे वागरणं
पढामो ते अ पन्हं पुच्छन्ति । १२. तुम पका फल खाते हो तुमं पक्कं फलं खाइ ।
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