SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 301
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २७६ ] [पञ्चवस्तुके - गाथाङ्क: गाथाद्यचरणम् एसण गवेसणऽण्णे एसा जिणाणमाणा एसा पइदिणकिरिआ एसा य होइ नियमा एसा सामायारी एसेव गमो णिअमा एसेव बोहिलाभो एसेह थयपरिण्णा एसो अ जायइ दढं एसोऽवि समं गुरुणा एसो अ विहारोवि हु एसो अ होइ तिविहो एसो उ उत्तमो जं एसो उण से कप्पो एसो पुण रागाईह एसो पुण सम्मत्ताइएसो य सया विहिणा एसो पुण सव्वेसिं १९० १२१६ १११७ ११५५ ८१२ ३९५ ३९६ ८२४ १०५५ ७६३ ७४५ गाथाङ्कः | गाथाद्यचरणम् ७६१ ११४ कइया सिज्झइ दुग्गं ६०९ कज्जं इच्छंतेणं १२६४ कट्ठाई विदलं १४८२ कडुगोसहाइजोगा १५२३ कप्पा आयपमाणा १६१२ कप्पेऊणं पाए १३१२ कप्पेऊणं पाए १८९ कमढपमाणं उदर१३२७ कम्माइ तस्स भावत्तणंपि १३६९ कम्माइ संकिइ तयं १६९३ कम्माणरायभूअं १०२५ कम्मावयवसमेअं १४७४ कम्मुद्देसियचरिम ६०४ कयजोगसमायारा १६९७ कयपच्चक्खाणो कयपावोऽवि मणूसो ७८४ कयमित्थ पसंगेणं कयमित्थ पसंगेणं कयमित्थ पसंगेणं ७८३ कयमित्थ पसंगेणं ३३९ करणाइ तिण्णि जोगा १५८० करपायभमुहसीस १४२७ कलुसदवे असई १४४० कल्लाणाणि अ इहइं ३०४ कहकहकहस्स हसणं १०९ कहणाइ अवक्खितं १२१३ कहणाई वक्खित्ते १४४८ कह घेत्थिमोत्ति पच्छा ८३८ कह पुण होज्जा कम्म १३६७ । कहिऊणं कायवए ५६७ ओ ओकच्छिअ वेकच्छि ओणमओपडिवज्जा ओवक्कमणं एवं ओवासे तणफलए ओवासोऽवि हु एत्थं ओसक्कण अभिसक्कण ओसरणे जिणभवणे ओसरणे बलिमाइ ओहाणं अम्हाण वि ओहेण जस्स गहणं ओहेणं सव्वच्चिअ ७५२ २८६ ५३७ ४६१ १३०१ १५५३ १५७१ १६७० ११६४ ३३२ ४१७ १०२७ १६३१ ३३० ३२८ २९२ १४५९ ६६३ Jain Education International .For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001650
Book TitlePanchvastukgranth Part 1
Original Sutra AuthorHaribhadrasuri
AuthorRajshekharsuri
PublisherArihant Aradhak Trust
Publication Year
Total Pages322
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati, Religion, & Principle
File Size23 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy