SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 155
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ મમશ્ર-સમાજમાં ધર્મની પ્રભાવના કરવા માટે આચાર્ય શ્રી સમતભદ્રની આજ્ઞા मार, बाहुबली. - T.O. BAHUBALI. न हातका *hone : Hatkalangda 22 श्री बाहुबली विद्यापीठ, बाहुबली. Shri Bahubali Vidyapeeth, Bahubali. पो बाहुबली, (नि कोल्हापूर.) पिन- ४१६ ११० Male ११/१०/ धर्मग्रेमी आभार्थी परमार्यसाधन ब्रल पी. डॉक्टरसोनेजी (छ. रामानंदजी ) प्रति सहमधि नया समाधि वर्षोंसे आपही सर्मसाधनाकी ओर निससि उपि रही है। अलमुख होहर मात्र आपल्या भाननासे स्वाध्याय - अध्ययन- पठन आदि द्वारा धर्मसाधनामे स्वये दो सावधारी पूर्वक जोडा भी है। खयरेरणासे सम्यग्दान पूर्वक बारहवत्तेहा आचार्य श्री कदमग वानके चरणाविहोली परमपावन सहितीसे सीकामी किया है | बारहसि ब्रह्मचर्यका स्वामी दिया है। आपमे अच्छी प्रवचन शाति है। देश-विदेश में हजारो आत्माीयोंके साथ आपका अच्छा सेपर्य प्रस्थापित हुआ है। इस मामन सामय का उपयोग अधिकसे आधिक मात्रा में यदि होता रोगा तो अभी धर्मप्रशाना होगी। आयार्य श्री अमृनचंद्रजी की आझा भी है। आमानभावनीयो रलाय तेजसा सततमेव दानतपो जिन पूजा-विवानिदेश्य जिनमः। contd... ao P os 139opaness
SR No.001649
Book TitleHirde me Prabhu Aap
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayant Modh
PublisherShrimad Rajchandra Sadhna Kendra Koba
Publication Year2006
Total Pages244
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati & Biography
File Size41 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy