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________________ पाठांतर ३ कठमला ग, संखकेरी बडग, वानि है, ललाड ब, ललाटि विचित्र आंगुल मांन कई खनेते च्यार अंगुमान ब, चित्रति नखवि अच्यारि ड. ४ करी कंथा बकड, “मृग चरम केरी करी कंथा उढनइ चित्रक काम मोर पीछनो ग्रह उ आतप” इमां छे, उढणि फ, उढण ग, चित्रकचम क, चित्रकचरम फ, मोरपीछ ब, मारपीछनु क, वयू कग, गुहू फ, कहाथि ब, हाथि कडइ, हथइ ग, धमर्म क. ५ यमि चमि ड, करति क, 'सष्यणी ब, सिध्यिणी कर, साध्यणी फ, परिवारि ग, वसि बकडइग, नवमि फ, घूमति ग, धूमवी ब, करिउ ब, करयु ड, करयो इ, करइ फ, भांगनु क, भंगिआहार डग, भूगीआहार इ, आहर फ. ६ उररोति आसी उच साठई ब, सच्चर उच्चउति आइ क, उचरति आसी उचशबनिड. आशी उचशबीइफ, आसीस अ, नृपतीर ग, सांति बड, “शांतिfer" जिवार नथ कगा, शांति करती इ, नशांति फ, पावन बकह. पावजिग. ७ बडबडइ बकाफग, बडबडइ ड, व इ, वदनिइफ, वशिष्ट अ. विसिा कड, पइमंत्र ___ वसिसउ फ, साव इ, जसइ बगकडइ, आसिइ फ, नहासो बडग. भूपि बकडई, भूपिड फ, भप ग, बहेव क. कहि इ. भगवती कडहग, बेठित अलख फ, टालु हेवि क, डफ, विघन टालो हेवि इ, कहे फ, वधन फ. ५ मदिमती बकडइफ, विस्वनइं बड, विश्वनिई इ, अवतरयां बकडइ, अम्हेप्रवाहि बडइ, अम्हेप्रवाह क. १. ससिहर कड, शक्तिनासू इ, भिवितसारू फ. ११ रातिई बकड, राति इ, "इष्ट शब्द बडमां नों'' देवि धकडइफ, मश बग, भुझनिं इ, कहयुग क, कहू फ, कहयूं ग, सहूनि इ, कोप्यु ब, कुपसिइ क, हुवस ड, उपसि इ, जनभांहि कइ, जममहिइड, जनमहइ फग, सारि इ. १२ तु जे ब, काहये अग, भूपनरतूं इ, कहजे इ, "भूपनई तुं जइ, हिजेस्यउं' भाटली कड फमां नथी, स्यू अ, स्यु डग, दर्शनीनु कडफग, दर्शनीनो इ, मंदिरो ब, मंबर फ, मकरि अवस्यूं ब, करि अवर स्युं कड, भकरि अवरसु है: अबरस्यूं फग. १३ अबहु फ, मारइरूप फ, कराल बकडइ, भगरनु अ, नगरनो इ, नासिकरवा फ. सुकमाल इग. १४ अहवु बग, अहवं कड, अहेवू इ, सहूनि इ, फक्रि भोटइ ब, योकमाई कड़ग, फोकमाटि फ, दमि इ, हेव फ. १५ प्रतीत फ, प्रतित ग, जोणही बइ, जुनही कफग, तुजोइ बकइ, आइस्तम फ, आदर्शस्यु गक, आदर्शस्यू ब, भादर्शसुं इ, करि ब, करि कंकणि इ, कहिं इ, संखेवि अ. १६ पाम्यु क, चित्रि पाम्यु बड, चिति पाम्यउ क, विसभइ पामिउ फ, चिंति पाभ्यु ग, "इम" शब्द गमां नथी. ढाल १६ राग केदारु सरस्वति गुणपति प्रणमउ'-ओ देशो. । धुलावी कडफ, बोलावी इ, मनमाहिं इ, क, मनमांहि डइफ, मनमाहि , मका अग, "शकाने बदले चिता आवी श्रम काफमां छे', अकिस्यु कड, अकिसुं ग, निरमलुक फ, निरमलुइ मे क. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001581
Book TitleRushidattras
Original Sutra AuthorJayvantasuri
AuthorNipuna A Dalal, Dalsukh Malvania
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year
Total Pages206
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Story, & Literature
File Size11 MB
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