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क्या यह सत्य है ?)
क्या यह
आद्य प्रेरक : स्व. मुनि श्री हंसविजयजी महाराज
लेखक एवं संग्राहक: भण्डारी हजारीमल भूरमल जैन करनुल - 518001 (आ. प्र.)
प्रोत्साहक: शुद्ध सनातन जैन संघ साबरमती, अहमदाबाद (गुजरात)
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