________________
6. 'सिद्धहेम' के अपभ्रंश विभाग-गत कुछ उदाहरणों के अनुवाद की सूचि
__ अपभ्रंश व्याकरण में हेमचन्द्र द्वारा दिये गये कई उदाहरण काव्यदृष्टि से भी. आस्वाद्य है । और उनके द्वारा हमें उच्चस्तरीय अपभ्रंश कविता के विविध प्रकारों का परिचय मिलता है । उनमें से कुछ मुक्तकों के गुजराती पद्यानुवाद मैने 'मुक्तक.. मंजरी' (दूसरी आवृत्ति : 1990) में दिये हैं। इसकी निम्नलिखित सूचि है। अपभ्रंश उदाहरण के सूत्रानुसार क्रमांक के पास कोष्ठक में 'मुक्तकमंजरी' में दिये. मुक्तकों के क्रमांक हैं :
333 (144) 386.1 (162) 420.5 (95) 442.2 (130). 357.2 (140) 387.3 (160) 422.6 (177) 444.2. (79).
389.1 (210) 422.11 (236) 357.3 (145)
423.2 (99) 358.1 (163) 395.4 (153) 423,3 (127), 366.1 (216) 396.4 (120) 423.4 (94) 367.5 (154) 401.4 (100) 431.1 (150),
406.1 (164) 432 (114) 379.2 (161) 415.1 (47) 434.1 (146) 379.3 (159) 418.1 (116) 439.3 (143) 382 (111) 420.3 (104) 439.4 (105).
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org