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श्लोकाङ्कः
श्लोकाः ३९७
पर्व सर्गः नाम ७ ५ रत्नरथ
वज्रकर्ण वालिखिल्य विजयपर्वत विजयकथ
४९ १५२ ७७
पर्व सर्गः नाम
नन्दिवर्धन पद्मबन्धु पुनस्थल पुरन्दर प्रकाशसिंह प्रतिमन्यु ब्रह्मरथ भरत भूरिनन्दन मान्धातृ
८८
२२१ १०८
वृषभ
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२३९
श्लोकाः पर्व सर्गः नाम २८९७ ९ पृथु
बाहुबलि
भ्रातृशत २७१
मदनाङ्कुश २२५
वज्रज १७३
व्याघ्ररथ २४५
इन्द्रायुध
ऋषभध्वज १७३
कुण्डलमण्डित ३३६
कुमारवार्त २६९
छत्रच्छाय १५१
जयकान्त
जयप्रभ २७३
प्रतिनन्दि प्रियङ्कर मेघरथ रतिवर्धन वज्रकण्ठ विपुलवाहन
२०४ ४०५
०
२३६
रघु
10
१०८
२३६
3
१५२
२३६
१९८
शम्भु
२०५ १०९
२५१
१५१
११३
२०३ ११६ १२०
शत्रुदमन सिंहोदर सुरेन्द्ररूप स्कन्दक गन्धर्वराज जनक दशरथ द्रोणमेघ वेलन्धर समुद्र सुवेल सेत हंसरथ अचल अर्जुन इन्द्रदत्त कुलङ्कर क्षेमकर चन्द्रभद्र नन्दिघोष पृथ्वीतिलक प्रह्लादन प्रियदर्शन भानुप्रभ मङ्गल मधु रतिवर्धन विमल श्रीकेशी श्रीधर श्रीनन्दन सत्यकीर्ति सिंहोदर सुपार्श्वकीर्ति
१०९
शुभङ्कर
श्रीचन्द्र ११ दत्त
विजय सिद्धार्थ
९७
१९६
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रविमन्यु वज्रबाह वसन्ततिलक वारिरथ वासवकेतु विजय वीरसेन शतरथ शत्रुघ्न शरभ शुभमति सहस्रकिरण सिंहदशन सिंहरथ सुकोशल सुबन्धतिलक सोदास हरिवाहण हिरण्यकशिपु हिरण्यगर्भ हेमरथ अतिवीर्य अनुद्वर कल्याणमाल कुलभूषण क्षेमङ्कर चित्ररथ जनक जितशत्रु दण्डक देशभूषण प्रियंवद भरत महीधर
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सुप्रभ
२५० ११५
१०९
१९८
६६
२५१ १६३
१०६ ११५ २९०
१०
८०
२५२ २५१ २५० २१५
१०७
३०० २९९
१२ नरभिराम
महाहरि १३ वसुन्धर
विजय विनयन्धर
राज्ञी-राजपुत्री ५ १ अभिनन्दिता कनकलता
कनकश्री ज्योतिष्प्रभा पद्मलता पद्या शिखिनन्दिता श्रीकान्ता श्रीमती हेममालिनी अनन्तमति अनुद्धरा कनकश्री
१५१
१०९
२८९
२५२
४३४
101050
२५२
३३५
सुप्रभ
११५
११६
१०७
२८८
२
हरिमति अनङ्गलवण कुबेरकान्त गजवाहन
३६१
४९
४
१७०
३६४
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