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प्रस्तावना
कडवक
___ छंद
।
छंद के लक्षण
अपवाद
९
.
७
| पादाकुलक | ऊपर देखिए
१ ली तथा ९ वी पंक्तियां पादाकुलक हैं।
से १२ पज्झटिका | ऊपर देखिए तथा १४
४.७, ८, ८.६; १४.६ ये पंक्तियां पादाकुलक की हैं। ५.६ का उत्तरार्घ पादाकुलक है। २, ३ तथा ६ वी पंक्तियां पादाकुलक हैं।
अलिल्लह | ऊपर देखिए
११ | १, १२, । अलिल्लह
ऊपर देखिए
१.११ यह पज्झटिका की है । १२.८, १०, ११, १३.११, १३, १५, ये पादाकुलक की हैं।
गद्य
२, ४, ५, पज्झटिका | ऊपर देखिए ७,१०,११)
पादाकुलक
४.१६ यह पंक्ति पादाकुलक है सब पंक्तियों का अंत रगण में है।
मधुभार ।
ऊपर देखिए
सोमराजी ऊपर देखिए
गद्य
२से १३से१५
पज्झटिका
ऊपर देखिए
स्रग्विणी
ऊपर देखिए
दीपक
एक मात्रावृत्त है। इसके प्रत्येक पाद में १० मात्राएं हैं तथा मात्रागणों की व्यवस्था एक चतुर्मात्रागण एक पंचमात्रगण तथा एक लघु से की गई है।
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