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________________ प्रस्तावना चौथा जन्म पांचवां जन्म माताका ग्रन्थ नाम पिताका नाम पाश्वका नाम कमठ जिस योनिमें उत्पन्न हुआ पावकी मृत्युका कारण प्रार्श्वका जीव जिस स्वर्गमें गया कमठका जीव जिस नरकमें गया नाम उत्तर पुराण विद्युत्गति विद्युन्माला रश्मिवेग अजगर अजगरके निगलनेसे अच्युत कल्प, छठवां नरक पुष्पदंतका महापुराण विद्युत्वेग तडिन्माला तमप्रभ नरक वादिराजसूरिका सिरि पास. भुजंग भुजंगके काटनेसे - - देवभद्रसूरिका सि. पास. विद्युत्गति तिलकावती किरणवेग सर्प महोरग धूमप्रभ नरक हेमचन्द्रका त्रिषष्टि शलाका पुरुष चरित कनकतिलका , सर्प महाहिः द्वादश कल्प । तमप्रभ नरक पद्मकीर्तिका पासणाह चरिउ मदनावली अजगर अजगरके निगलनेसे अच्युत कल्प रौद्र नरक हेमविजयगणिका पार्श्वचरितम् कनकतिलका सर्प महाहिः सर्पके काटनेसे तमप्रभ कविवर रइधूका पासचरिय . अशनिगति तडितवेगा । अशनिवेग अजगर अजगरके निगलनेसे पांचवां नरक Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001444
Book TitlePasanahchariyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmkirti
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year1965
Total Pages538
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Literature, & Story
File Size12 MB
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