SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 234
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ – १२, ११, २ ] खिवेइ जं जि आउहं करे अत्थ-जीओ Jain Education International पासणाहचरिउ घत्ता - जउणाहि गन्तु वहंतउ समरु करंतर किउ पहरणहि णिउ | अव व हत्थों णरहि समत्थों काइँ करइ रेंण ओणउ ।। ९ ।। जउणु राउ भड-भिउडि-भासुरो लेवि बाण तोणहों भयंकरा कुमारुतं परोंइअं । विसाल- लच्छि - माणओ १० दुवई - मुक्कु तिल भी भय-भामुरु जेउणें समरि चंडिणा । पाडिउ तं रंउछु महि-मंडल वज्ज -पहार - दंडिणा || बीस तीस पण्णास भीसण सउ सहास दस सहस 'मेल्लिया पासणाहु सयल दुद्धरा णिय-बाण पुणु खिवइ दारुणा लक्ख कोडि अपमाण दूसहा उग्ग-तेय पलयकसच्छहा जणु राउ सिरि भिण्णु तक्खणे मुच्छ पत्तु पुणु लद्ध चेयणो ताम तामु रहु सैरहि खंडिओ ass जाम कर अण्ण रहवरे दुष्णरिक्खु णं रणे गयासुरो । मुकणाय णं जैग खयंकरा | सट्ठि मुक बल-सलिल-सोसणा । दुक्क बाण रिउ करहि पेल्लिया । धर केम जह सीहु कुंजरा । सहस तिक्ख मायंग - दौरुणा । वरि - सेणि लग्गंति णं गहा । विज्ज -पुंज - हुअत्रह -समप्पहा | छत्तु चिंधु पाडिउ णहंगणे । क दितुः उउ सवेणो । चित्त-यम्म-बहु-रूत्र-मंडिओ | छिण्ण जीव तहाँ ताम धणुहरे । धत्ता - धणुहरु रहवरु छिण्णउ बाणहि भिण्णउ जउग-गराहिउ लेजियउ । हलुयारउ जेणहँ डहारउ अहब जेण रणे गैज्जियउ ॥ १० ॥ हो मैं ११ दुवई - पुणु वि राहिवेण पलयाणल- सरिस समुद-सोसणी । खित अमोह सति वज्जासणि णावइ भुअण-भीसणी ॥ ११ ख- आइओ । १२ क- पराउ, ख- पराइओ । १३ ख जाणवो । १४ - विहूणओ । सम' । १६ ख- रणि । [१०१ (१०) १ क- जउणहु । २ ख- रउद्दे महिमंडले । ३ ख - दुष्णिरिक्ख रणे जं गया । ४ ख - तेहाणहो । ५ ख - जय । ६ क - भसि । ७ क दस हस | ८ ख- मिल्लिया । ९ ख पिल्लिया । १० क- णियइ। ११ क- दारणा । १२ क- सेण । १३ क - उग । १४ ख - हुयवह । १५ क - सरहे । १६ ख - रूवेण । १७ क- चडिउ । १८ ख- तहु वाम । १९ ख - लजिउ । २० ख- मणूस हलयारउ । २१ ख- जणहो । २२ ख- अह । २३ ख - गजिउ । (११) १ ख- सोसणा । २ ख- भुवण । For Private & Personal Use Only १५ क - महत्थहु सरहो 15 5 10 15 www.jainelibrary.org
SR No.001444
Book TitlePasanahchariyam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmkirti
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year1965
Total Pages538
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Literature, & Story
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy