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चउप्पन्नमहापुरिसचरियं ।
उप-महाऽरिसचरि ।
१५ चक्रवर्तिनः
मर
कणयरह कणयाह
जय बंभयत्त
भरह मघव महापउम
सर्णकुमार सयर संति
सुभूम । सुभोम | हरिसेण
१६ चैत्य-मन्दिर-गृहाणि
१७ चौराधिप-पल्लीपतयः
१८ छन्दोनाम
दुवह
अरहतासणय गुणसिलय
सीह
पोलास रुदाययण
कंटय
वग्ध
वीरय ।
१९ जैनागमाः
उत्तरज्झयण
जंबुद्दीव[पण्णत्ती]
णायधम्मकहा
दिट्ठिवाय
सुरपण्णत्ति
संति+सामि
उसह कुंथु खेमकर
संभव
अजिअ अणंतह भभिणंदण अयलसामि भर अरिटुणेमि
२० तीर्थकराः णमि
पास+यंद, सामि णामेयसामि
पुष्पदंत णेमि+णाह
मल्लि
मल्लिसामि नेमिनाथ
महावीर पउमप्पभ
मुणिसुव्वअ-य
रिट्ठणेमि वहरसेण बदमाण+सामि वासुपुज्ज विमल वीर+णाह वीरवदमाणसामि
धम्म
सीयल सुपास सुव्वय सेज्जंस सेयंस
चंदप्पभ-ह जुयाइजिण
२१ तीर्थाणि
२२ दर्शने बहस्सतिमत भागवय
पहास
मागह
वरदाम
२३ दास-दासी-चेटी-सखी-दूताः
वसंततिलया
कविला चउरिआ चतुरिका
चंदलेहा जसमती
पियंगुलया मदनिका
सुमुह
सुवेग
२४ दिक्कुमार्यः
सुवच्छा
भणिदिया तोयधारा पुष्पमाला
बलाहगा भोगमालिणी भोगवई
भोगकरा मेहमालिणी मेहबई
मेहंकरा वच्छमित्ता बारिसेणा
विचित्ता सुभोगा सुमेहा
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