SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 370
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अभिधान (शब्दकोष) ( वर्त. प्र. ए.) (नमति) १.६. णमह । णिअकुल (निजकुल) १. २०७ "णिअपि (निजप्रिय) १.१९६ १.२२ द्विलघुद्विकल (II) का नाम णिअम (नियम) १.१२९ णिअल (निकट) १.१६३, २.९७ समीप णि + Vक्कम (निस् + कम्) णिक्कंता २.६७ निकालना णिच्चा (नित्य) १.३५ णित्ता (नित्य) १.१३० + fr+V/दंस (नि दृश्) दिखाना, णिदंसेई १.५३ अि (निर्दय) २.१३४ *णिद्ध (स्निग्ध) १.७५ स्कंधक का भेद णेत्त (नेत्र) २.९७ २२०५ आँख णिष्कंद (निष्पन्न) १.१३६ पोह (न+इट) १५६ यहाँ नहीं णिबंध (निबन्ध) निबद्ध (भूत पोह (स्नेह) २.११७ प्रेम कर्मवाच्य कृ० १.१०७, २.१६४ (बाँधना) (निति) १.१०५ णिब्भंति (निर्भ्रात) १.८५, २.६७ णिब्भआ (निर्भय) १.३७, २.४६ णिम्म (नियम) १.१८९ णिम्मल (निर्मल) २.१५८ निरंतर (निरंतर) १.१८९ शिरुन (निरुक्त) १.९७ १.१४६ णिलअ (निलय) १. १९६ घर णि बस (नि/वस) रहना, णिवसड़ १. १११ णिवसिद २.१८९ णिवइ (नृपति) १.८७ मलअणिवइ (मलयनृपतिः ) + णि+वड (नि+पत्) गिरना, निवडिआ णरवइ ( नरपति) १.८७, २२०२ जगण (15), राजा पार (नर) १.१९६ मनुष्य *णराअ (नाराच) २.६८ वर्णिक छंद का नाम *राउ (नाराच) २.१६८ वर्णिक छंद का नाम अण (नारायण) १. २०७ विष्णु रिंद १.१३४, २.७४ राजा * णरु (नर) १.७५ स्कंधक का भेद * रु १.१२३ छप्पय छंद का भेद नरेंद (नरेन्द्र) १.२५, २.२७, मध्य गुरु २.१३०, २.१६२, २.१९६. चल, चतुष्कल, जगण (अनेकश:) (ISI), राजा * पालो ( नलः) १.७४ स्कंधक का भेद णव (नव) १. १३५ नया, नवीन *णवरंग १.१२३ छप्पय छंद का भेद Vणस्- ( नश्यते) १.३७, २.८५ णासंता (णिजंत) १. ११९ नष्ट होना ाह (नभस् ) १.१०६ १.१९०१.१४७ 'आकाश' हि (नहि) १.३७ 'नहीं' णा (न) २.८९ नहीं णाअ (नाग) १.९१ (अनेकशः) णाओ १.१ णाआ १.११९ णाउ १.२०८, णाअराअ १.९३, १.१०२, गाएसा २.११२, पिंगल की उपाधि णाअक्क-(नायक) १.३८, १.६३ (अनेकश:) णाअक १.६३ णाअरि (नागरी) २.१०५, २.१२६ स्त्री. जाअर (नागर) २.१८५ सभ्य व्यक्ति, चतुर णाम (नाम) १.२० १.६९, १.७६, १.८०, १.८१, १.८८, १.८९, (अनेकश:) णारि (नारी) १. १०१ स्त्री णारी (नारी) २.३६ स्त्री *णारी १.२०. सर्वलघु त्रिकल गण (III) का नाम णारीअं (नारीणां ) १.२० संबंध ब.व. णालिच (नालिच) २.९३ एक प्रकार की हरी साग णाव (नौ) १.९ हि० रा० गु० नाव णिअ (निज) २.१४७, २.१९७ Jain Education International का नाम (51) णिसंक ( नि: शंक) १.४४ णिसा (निशा) २.१७७ रात्रि णिसास (निःश्वास) २.१३४ ●णिसिपालआ (निशपाल छंद) २.१६० णिसुंभ (निशुंभ) २.६९ दैत्य का नाम णिस्संक (निःशंक) १.४६ For Private & Personal Use Only णिहित (निहित) २.१६४ णिहुअ (निभृत) १.१०८, चुपचाप णीप (नीप) २.८९ कदंब का फूल णीव १.६७, २.१३६ कदंब का फूल णील (नील) २.१००, २.११३ काले रंग के *णील २.१७० छंद का नाम णीसंक (निःशंक) १.४७ * णीलु (नील) १.७५ स्कंधक का भेद डर (नूपुर) १.२१ प्रथम द्विकल गण (5) का नाम, तु० रा० 'नेवरी' (पैर का भूषण) ३४५ पोहलु (स्नेहल) १.७५ स्कंधक का भेद हलु १.१८० प्रेम, स्नेह गोरखा २.१०५ अच्छी ण्हाण (स्नान) २.१८९ (त) २.१५१ शिवाल (नृपाल) १.१९८ राजा णित्त (निवृत्त) णिव्युत्त (सं. निवृत्त) १.४, णिवुत्तउ १.१०७ तु० हि० निपटना (नि+वृत्त, *णिवट्टइ), रा० निमटवो-नमटबो. + णिवाणं (निर्वाणं) १.१९ अंतलघु त्रिकल तणु (धनु) १.१११ १.१४६ शरीर तत (तावत्) १.४१ उतना तंतं (तंत्र) २.११५ त (तत्) १.१०५ तब त (तत्) अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम, तेण ससा तं १.७४, ते १.३९, तहि १.१९१, ता ताका २.९७, से (तस्य) १.६९ तासु १.८२, तासू २.१२१, तहि १. ४३, ताम २.१३३ तआर (तकार) २.११४, २.१४५ गण तक १.२०९ शब्दानुकृति तक्कार (तकार) २.१९, २.१३१ तगण Vaज (Vत्यज्) छोड़ना, तजउ २.६३, तेज्जइ २. २०३, तजि १.१०६. तेजि २.१३०, तेज्जिअ २.१५५, २.२११ तणअ ( तनय) १. १७१ तत्थ (तत्र) १.१०८, २.१५० Vaप्प (तप्) तपना, तप्पइ १.७२, तप्पे २. २०७ तरंडो (देशी रूप) १. १ नाव V तर (V) तरना, पार करना, तरइ १.३६ तरणि १.९२ सूर्य www.jamumaayong
SR No.001440
Book TitlePrakritpaingalam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBholashankar Vyas, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year2007
Total Pages690
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi, Apbhramsa
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy