________________
१.३३
१.५२ १.६८
१.३९
३३४
प्राकृतपैंगलम् पढम तीअ पंचम पअह मत्त पण्णरह पिअ भणमि मणोहरु १.२०५ | मन चउद्दह पढम
१.१७३ पिंग जटावलि ठाविअ गंगा २.१०५ मत्ता जोहा वड्डे कोहा
२.१५७ पढम तीअ पंचम पअह मत्ता पिंगल कइ दिट्ठउ छंद उकिट्ठउ १.९९ महामत्त माअंग पाए
२.१२६ दह पंचाइ १.१४१ पिंगल दिट्ठो भ ६इ सिट्ठो २.३७ माई रूए हेओ
१.३ पढम तीअ पंचम पअह मत्त पण्णरह पिंधउ दिढ सण्णाह वाह उप्पर १.१०६ माणिणि माणहिँ काइँ
जासु १.१४० पिअ तिल्ल धुअं सगणेण जुअं २.४३ मित्त मित्त दे रिद्धि बुद्धि १.३७ पढम तीअ पंचम पअह णव दह पियभत्ति पिआ गुणवंत सुआ २.४४ मुंचहि सुंदरि पाअं
१.७१ मत्ता जासु १.१३९ पुत्त पवित्त बहुत्तधणा
२.९५ मुंडमाला गला कंठिआ
२.७७ पढम तीअ पंचम पहअ तेरह पुहवीजलसिहिकालो
मेरु मअरु मअ सिद्धि १.१२३ मत्ता जासु १.१३७ | पुव्वद्धे उत्तद्धे सत्तग्गल
मो तिगुरू णो तिलहू पढम तीअ पंचम पअह मत्त होइ पुव्वद्धे उत्तद्धे मत्ता
मो सो जो सततो समंत २.१८६ दह चारि १.१३८ पुव्वद्ध तीस मत्ता
१.७० रंडा चंडा दिक्खिदा धम्मदारा २.१०७ पढम विरमइ मत्त दह पंच १.१३३ | पुव्व जुअल सरि अंका
रअइ फणि बिंब एसो
२.८४ पढम चरण ससिवअणि १.१६४ पुच्छल छंद कला कई १.४९ रग्गणा पलंतआ पुणो णरेंद २.१९८ पढम होइ णव विप्प गण १.१६५ फुल्ला णीवा भम भमरा
२.८१ रणदक्ख दक्खहणु जिण्ण कुसुमधणु १.१०१ पअ पअ आइहि गुरुआ १.१८७ फुल्लिअ महु भमर वहु
१.१६३ रमण गमण
२.२६ पढम दह रहणं अट्ठ वि रहणं १.१९४ फुल्लिअ केसु चंप तह पअलिअ २.२०३ राआ जहा लुद्ध पंडीअ सो मुद्ध २.५१ पअ पढम पलइ जहिं सुणहि १.२०२ | बत्तीस होइ मत्ता
१.२०३ राअहँ भग्गंता दिअलग्गंता १.१८० पओहरो गुरुत्तरो २.३१ बहुविविहपहरणेहिं
१.३० राआ लुद्ध समाज खल १.१६९ पवण वह सरिर दह २.४० बारह लहुआ विप्पी
१.८३ | रे गोड थक्कंतु ते हस्थि २.१३२ पढम गण विप्पओ २.७४ बाराहा मत्ता जं कण्णा
२.४१ रे धणि मत्तमअंगअगामिणि १.१३२ परिणअससहरवअणं २.१०९ बालो कुमारो स छमुंडधारी २.१२० लगो जही
२.७ पओहर चारि पसिद्धह २.१३३ बिहु दल णव पल विप्पगणा १.१५९ लच्छी रिद्धी बुद्धी लज्जा १.६० पढम रससहित्तं मालिणी णाम २.१६४ बीए छक्कलु ठावि कहु १.१९२ लहू गुरु निरंतरा पमाणिआ २.६८ पढम दिअ विप्पआ तहअ भूवई २.१७८ बे कण्णा गंधहारा वलअ २.२०० लहु गुरु एक्क णिअम णहि जेहा १.१२९ पओहर मुह ट्ठिआ तहअ २.१७६ | भंजिअ मलअ चोलवइ १.१५१ लहु जुअ
२.५ पत्थारे जह तिण्णि चामरवरं २.१८८ भंजिआ मालवा गंजिआ २.१२८ लोहंगिणि सव्व लहू
१.९० पहु दिज्जिअ वज्जअ सिज्जअ भअ भज्जिअ वंगा भंगु कलिंगा १.१४५ लोहंगिणि हंसीआ
१.८९ येप्परु २.२०९ भणउ सुवासउ लहु सुविसेसउ २.६० वहइ दक्खिण मारुअ २.१४० परिहर माणिणि माणं १.६७ भणिअ सुपिअगण सर २.१६६ वहइ मलअवाआ हंत कंपंत
२.१६५ पढम होइ चउवीस मत्त
भणु पउमावत्ती ठाणं ठाणं १.१४४ | वहइ मलआणिला विरहिचेउ २.१७९ पढम गुरु हेट्ठठाणे १.१४ भमइ महुअर फुल्ल अरविंद १.१३५ विग्गाहा पढम दले
१.६६ पढमं वी हंसपअं बीए
१.६२ भमरु भामरु सरहु सेवाण १.८० वण्ण चारि मुद्धि धारि
२.२९ पढमं बारह मत्ता बीए
भवाणी हसंती
२.१६ । वप्पह उक्कि सिरे जिणि लिज्जिअ २.२११ पढमं दह बीसामो १.१०० भावा रसतांडव १.२० वरिसइ कणअह विट्ठि
१.७२ पढम एरिसि विप्पो १.२७ भुअणअणंदो तिहुअणकंदो
वरिस जल भमइ घण
१.१६६ पचतालीसह वत्थुआ
१.११५ भुअवइअसणरगअवइ
१.२५ । विज्जूमाला आई पाए तिअ २.२०४ पअह असुद्धउ पंगु हीण १.११६ भो जहि सो सहि
२.२३ विज्जूमाला मत्ता सोला २.६६ पअभरु दरमरु धरणि
१.९२ | भोहा कविला उच्चा णिअला २.९७ विप्प सगण पअ बे वि १.१८४ पअपाअचरणजुअलं
१.२६ मंतं ण तंतं णहु किपि जाणे २.११५ विप्प होइ बत्तीस खत्ति १.११७ पअ पअ तलउ णिबद्ध मत्त १.१०७ मगण णगण दुइ भिच्च हो
विमुख चलिअ रण अचलु
१.८७ पाअ णेउर झंझणक्कइ २.१८५ मगण रिद्ध थिरकज्ज
१.३६ | विसम तिकल संठवहु तिण्णि पक्खिविराडमइंदह १.२९ मत्त अठाइस पढमे
१.१६२
पाइक्क करहु लइ १.१३४
१.५५
२.४९
१.३५ ।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org