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________________ २० ८३७-५६ ८५७-७६ ८७७–९९ ९००-१६ ९१७-३२ ९३३-४६ ९४७-६५ ९६६-९६ ९९७-१०१० १०११ - १४ १०१५-३७ १०३८-५४ १०५५-५८ १०५९-६६ १०६७-७२ Jain Education International अंगविज्जापइण्णयं (१५) पचास अभ्यन्तर बाहिर पचास अभ्यन्तर बाहिर अंगों के नामों का अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक (१६) पचास बाहिर पचास बाहिर अंगों के नामों का अतिदेश, उनके स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक (१७) पचास बाहिर बाहिर पचास बाहिर अंगों के नामों का अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक (१८) पचास ओवात- अवदात पचास ओवात अंगों के नामों का अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थ (१९) पचास सामोवात - श्यामावदात पचास सामोवात अंगों के नामों का अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक (२०) पचास श्याम पचास श्याम अंगों के नामों का अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक (२१-२२ ) पचास श्यामकृष्ण और कृष्ण पचास श्यामकृष्ण और कृष्ण अंगों के नामों का अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक चौदह मध्यम अंगों के नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक (२७) चौदह मध्यमानन्तर चौदह मध्यमानन्तर अंगों के नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक ( २८ ) दस जघन्य दस जघन्य अंगों के नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक (२९) दो उत्तम मध्यम साधारण दो उत्तम मध्यम साधारण अंगों के नाम, उनके स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक (३०) दो मध्यम मध्यम साधार ( २३ - २४ ) पचास अध्यवदात और अतिकृष्ण ( २५ ) बीस उत्तम बीस उत्तम अंगों के नामोंका अतिदेश, उनके स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक (२६) चौदह मध्यम दो मध्यम मध्यम साधारण अंगों के नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक (३१) दो मध्यमानन्तर मध्यम साधारण ८८ ८९-९० दो मध्यमानन्तर मध्यम साधारण अंगों के नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक (३२) दो मध्यमानन्तर जघन्य साधारण दो मध्यमानन्तर जघन्य साधारण अंगों के नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक For Private & Personal Use Only ८९ ९०-९१ ९१ ९१-९२ 1x22 ९२ ९२ ९३ ९४ ९४ ९४-९५ ९५-९६ ९६ ९६ ९६ www.jainelibrary.org
SR No.001439
Book TitleAngavijja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year2000
Total Pages470
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Jyotish, & agam_anykaalin
File Size12 MB
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