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प्रथम अध्ययन का पुनः सम्पादन
मजैवि.
कटु - णिस्सिता
गोमय- णिस्सिता
कयवर - णिस्सिया
असमारभमाणस्स
णो
वणस्सतिकम्मसमारंभेणं
समारभावेति
णिरए
छिण्णं (दो बार )
णेव
समारभेज्जा
णेवण्णेहिं
समारभावेज्जा वऽण्णे
अवियाणओ
णिज्झाइत्ता
अण्णे
समारभावेति
समारभमाणे
इहमेगेसि
जेव
णेवण्णेहिं
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[३४]
सूत्र नं.
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♡♡♡♡ ÷ ÷ 7 = 7 5 7 5 7 7 9
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42, 44
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खं. 1
कट्ठ-निस्सिया गोमय-निस्सिया
कयवर - निस्सिआ
असमारंभमाणस्स
नो
पाठों की तुलना
वणस्सइकम्मसमारंभेण
समारंभावेति
नरए
छिन्नं (दो बार )
नेव
समारंभेज्जा
नेवण्णेहिं
. समारंभावेज्जा
नेवन्ने
अविजाणओ
निज्झाइत्ता
अन्ने
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समारंभावेति
समारंभमाणे
इहमेकेसि
ने (स ?) व
नेत्रहि
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