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आचाराङ्ग [२१६]
के. आर. चन्द्र प्रा. अप्पेके जिब्भमच्छे, अप्पेके तालुमब्भे अप्पेके तालुमच्छे, शु. - - - तालुं - - आ. - - अप्पेगे तालुमब्भे २ - - जै. अप्पेगे जिब्भमच्छे, अप्पेगे तालुमब्भे, अप्पेगे तालुमच्छे,
अप्पेगे मालुमब्भे २, -
प्रा. अप्पेके गलमब्भे अप्पेके गलमच्छे, अप्पेके गण्डमब्भे शु. - गलं - - - गण्डं आ. अप्पेगे गलमब्भे २ - - अप्पेगे गंडमब्भे २ जै. अप्पेगे गलमब्भे, अप्पेगे गलमच्छे, अप्पेगे गंडमब्भे, म. अप्पेगे गलमब्भे २. - - अप्पेगे गंडमब्भे २,
प्रा. अप्पेके गण्डमच्छे, अप्पेके कण्णमब्भे अप्पेके कण्णमच्छे, शु. - -
लणं - - आ. - - अप्पेगे ण्णमब्भे२ - जै. अप्पेगे गंडमच्छे, अप्पेगेण्ण मब्भे अप्पेगे कण्णमच्छे, म. - - अप्पेगे - प्रणमब्भे २, - -
प्रा. अप्पेके नासमन्भे अप्पेके शु. - नासं आ. अप्पेगे णासमब्भे २ जै. अप्पेगे णासमब्भे, अप्पेगे म. अप्पेगे णासमब्भे २, -
समच्छे, अप्पेके अच्छिमब्भे
अच्छि ... अप्पेगे अच्छिमब्भे २ समच्छे, अप्पेगे अच्छिमन्भे,
अप्पेगे अच्छिमब्भे २,
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