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आचाराङ्ग
[ २१२]
के. आर. चन्द्र प्रा. बेमि- अप्पेके अन्धमब्भे अप्पेके अन्धमच्छे, अप्पेके पादमब्भे शु. बेमि : अप्पेगे अच्चमब्भे अप्पेगे अच्चमच्छे; . अप्पेगे पायमब्भे आ. बेमि अप्पेगे अंधमब्भे अप्पेगे अंधमच्छे, अप्पेगे पायमन्भे जै. बेमि- अप्पेगे अंधमब्भे, अप्पेगे अंधमच्छे ॥ २९.अप्पेगे पायमब्भे, म. 'बेमि- अप्पेगे अंधमब्भे अप्पेगे अंधमच्छे, अप्पेगे पादमब्भे २,
प्रा. अप्पेके पादमच्छे, अप्पेके गुप्फमब्भे अप्पेके गुप्फमच्छे, शु. अप्पेगे पायमच्छे; - गुप्फं आ. अप्पेगे पायमच्छे अप्पेगे गुप्फमब्भे अप्पेगे गुप्फमच्छे जै. अप्पेगे पायमच्छे, अप्पेगे गुप्फमब्भे अप्पेगे गुप्फमच्छे, म. - - अप्पेगे गुप्फमब्भे २, - प्रा. अप्पेके जङ्घमब्भे अप्पेके जङ्घमच्छे अप्पेके शु. - जच - - - आ अप्पेगे जंघमब्भे२ - - अप्पेगे
अप्पेगे जंघमब्भे, अप्पेगे जंघमच्छे अप्पेगे अप्पेगे जंघमब्भे २, -
अप्पेगे
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प्रा. जानुमब्भे शु. जाणुं आ. जाणुमब्भे २ जै. जाणुमब्भे, म. जाणुमब्भे २,
के - - अयेगे -
जानुमच्छे, अप्पेके . - - अप्पेगे जाणुमच्छे, अप्पेगे
अप्पेगे
ऊरुमब्भे ऊरुं ऊरुमब्भे२ ऊरुमब्भे, ऊरुमब्भे २,
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