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[६९]
के. आर. चन्द्र
5.2.13
5.2.47
आचाराङ्ग जीवनिकायाणं 4.10 विणयनासणो . 8.37 उपसर्ग के साथ अनिव्वुडं 5.2.18 सुनिट्ठिए 7.41 अनियाणे 10.13
दिन्ने उववन्नो -संपन्नं पच्चुप्पन्न सुछिन्ने समुप्पन्ने समुप्पन्नं ज्ञ = न नाणं नायपुत्तेण नाण
6.1(2) 7.8-10 7.41 7.46 7.49
न्य = न
अन्ने अन्नं
4.33, 44 5.2.49 6.1 7.36; 9.12
नच्चा
4.11, 12, 13; 7.16 4.11, 12, 13,18; 5.1.115; 6.11 4.4.8 4.10 5.1.111 6.5
अन्नत्थ अन्नेहि अन्नस्स अन्नत्थ अन्नयरे मन्ने अन्नयरं
3.11
6.7
.
ज्ञ = त्र परिन्नाया धम्मपन्नत्ती सुपन्नत्ता गइविनाया अन्नाणी पन्नवं अन्नायउंछं
6.18 6.32 6.36, 66 7.13
41.3 4.2, 3 4.9 4.33 7.7 9.3.4
मन्नति
अन्नेण
अदिन्नादाणाओ 4.13 अदिन्नादाणं 4.13 अदिन्नं
4.13 समावन्नो 5.2.2 उप्पन्ने
5.2.3
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