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चउणवइमो संधि
घत्ता संखेहिं तूरेहिं मंगलेहिं हरि भवणु पइड तुरंतउ । णिय-वंधव-सयणावरिउ थिउ रअ सई भुंजंतउ॥
इय रिहणेमिचरिए धवलइयासिय-संयभुएव-कए
चउराणमो (चउणवइमो) सग्गो॥
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