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रिट्ठणेमिचरिंउ
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थिउ णिद्धम्मु धामु चितंतु-वि देहावरणु भिष्णु सहुं देहे धित्त सत्ति सहसत्ति पजिय सत्तिउ विण्णि अणेय चावई वे-वारउ तुरंग सर-ताडिय थिउ रेहउ कड्ढंतु महीयले आउ आउ रणु मुएवि महारह पइं कोमार-वंभ-वउ चिण्ण
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विरहावत्थु पत्त वयवंतु-वि णं महिहरु णउ पाउस-मेहें स-वि पंचहिं सरेहिं पविह जिय दुमय-सुरण कियई अ-पयावई सारहि विण्णि विण्णि रह पाडिय हक्कार ति देव-रिसि णयले वंभुत्तर पइसरहि पियामह णिय-धणु दीणाणाहह दिण्णउ
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घत्ता
तहिं काले सिहडिहे वाणेहिं णइ-गंदणु भिण्णु णिरतरु
अहिणव-वण्ण-स.धाउएहिं । सद-धम्मु जिह वाउएहिं ।। ९
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तो-वि ण कंपिउ गंगा-णंदणु .. अ-घउ अ-सारहि अ-धणु अ-संदणु करे करवालु करेप्पिणु णिम्मलु ___चम्म-रयणु उरे धरेवि समुज्जलु घाइउ पलयाइच्च-समप्पहु सर-किरणेहिं णिवारिउ दूसहु दुमय-सुरण ताम सय-चंदउ छिण्णु स-मंडलग्गु वसुणंदउ भिण्णु णउत्तरेण संय-धाएं पुणु-वि खुरुप्प-सरण स-माएं तो पंडवेहि मिलिउ अखत्त सोमय-सिंजय-वलेण समत्ते णं अंवुहरुण माइउ धारेहिं . पाडिउ दिणमणि णाई पहारेहि पेच्छावहि सर उर पडिलग्गा अलि जिह कुसुम-पायव-वलग्गा
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