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P. L निर्युक्तिगाथा
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28 भावपरिण्णा दुविहा
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भावे गइमाहारो
भावे फलसाहणया
भिक्वं पविण मएज दि....
मइउग्गहो गहो य गहणुग्गहो य.....
मणुया तिरिया काया
मंसस्स केई अट्ठा
मंसाईपरिभोगो
माया मे त्ति पिया मे.......
मालाविहारंभि मएन
मुणिणा छक्कायदयावारेण
मूले छक्के दव्वे
रुक्खा गुच्छा गुम्मा"
रुक्खाणं गुच्छाणं
लक्खणमेवं चेव उ
लोगरस उ को सारो ?
लोगस्स य निक्खेवो'
लोगस्स य विजयस्स य
लोगस्म सारधम्मो
लोगंमि
कुसमएसु य
लोगागासप
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11
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24 वाउस्सवि दारांई
लोगे
मि
लोगो त्तिय विजश्र त्ति य....
लोगो भणिश्रो दव्वं
वण्णरसगंध फासे
वण्णंमि य इक्किक के वंदित्तु सव्वसिद्धे
27 वाघाइयमाएसो
18 वाकोडीसहि
15 विश्रणे अ तालवंटे
30 विजिओ कसायलोगो
12 वियणषमणाभिधारण
17 वेरग्यमप्पमाश्रो
1
21
सगड द्धीसंठियाओ..
सतहि छह प चहि य....
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P. L. निर्युक्तिगाथा
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सव्वस्स थूलगुरुए.
25 सव्वा वयणविसोही
17]
27 सव ईरियबिसोहि
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5
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23 संकुचियवियसियत....
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संजोगे सोलसगं
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सत्तिवकगाणि दनकरसरमाणि
सत्तिक्कगाणि सत्तवि
सत्थपरिण्णा प्रत्थो
सत्थपरिण्णा लोगविजन...
सपरक्कम माएसो.....
सपरिक्कमे य अपरिक्कमए
सम्मत्तप्पत्ती सावए य
सयणे य प्रदढत्तं
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सव्वेऽवि य वयणविसोहिका ०
सव्वेऽवि य सिज्जविसोहि
सव्वेसि श्रायारो
सव्वेसि उत्तरेणं
सव्वेसि तवोकम
संसारस्स उ मूलं
संसारं हेतुमणो...
सामस्थानी कविला
सारो परूवणाए
साहारण मोहारो
साहुमहाधम्मो
सीभूय परिनिष्युय
सीजफासह
सीयं परीसहपमायुवसम
सीयाणि य उण्हाणि य...
गुत्ता अमृषयो या
सुद्धोदए य उस्सा
एग निसाईए
सम्मनुष्यत्ती साव
सेज्जादरिया तह
सेवालकत्थभाणिय अवए
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