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विषयानुक्रम सम्पादकीय
प्रस्तावना व्याख्यान 1. जैनदर्शन में श्रद्धा (सम्यग्दर्शन) की विभावना
1-25 जैन धर्मसम्प्रदाय जैनदर्शन को समझने के लिए अन्य दर्शनों का अध्ययन आवश्यक चार आध्यात्मिक सोपान बौद्ध धर्म में श्रद्धा और श्रद्धा की भूमिकाएँ जैनदृष्टि सम्मत श्रद्धा (सम्यग्दर्शन) जैन मत में श्रद्धा के विषय जीव अजीव आसव बन्ध संवर निर्जरा
मोक्ष 2. जैनदर्शन में मतिज्ञान
26-46 चार सोपान एवं मत्यादि ज्ञानपंचक जैन प्रमाणशास्त्र निर्माण करने के लिए मनन का मतिज्ञान में परिवर्तन 26 मतिज्ञान के प्रकार इन्द्रियप्रत्यक्ष, स्मृति आदि को मतिज्ञान के एक ही वर्ग में रखने का कारण मतिज्ञान में श्रुत का समावेश क्यों नहीं ? मतिज्ञान का निमित्तकारण और मनन का निमित्तकारण मतिज्ञान के अवग्रहादि भेद मतिज्ञान के अवग्रहादि भेदों में अव्यवस्था और मनन अवग्रहादि भूमिकाएँ मनन की है अवग्रहादि के बहुग्राही आदि भेद और मनन
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