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५ विषय-सूची
(अन्तरानुगम) क्रम नं. विषय पृष्ठ नं. | क्रम नं. विषय पृष्ठ नं.
सम्यग्मिथ्यादृष्टि जीवोंका विषयकी उत्थानिका १-४
नाना जीवोंकी अपेक्षा सोदा१ धवलाकारका मंगलाचरण
हरण जघन्य अन्तर-प्रतिपादन __ और प्रतिज्ञा
उक्त जीवोंका उत्कृष्ट अन्तर२ अन्तरानुगमकी अपेक्षा निर्देश
निरूपण भेद-कथन
१२ सासादनसम्यग्दृष्टि और ३ नाम, स्थापना, द्रव्य, क्षेत्र,
सम्यग्मिथ्यादृष्टि जीवोंका काल और भाव, इन छह भेद
एक जीवकी अपेक्षा सोदारूप अन्तरका स्वरूप-निरूपण
हरण जघन्य अन्तर-निरूपण ४ कौनसे अन्तरसे प्रयोजन है,
तथा तदन्तर्गत अनेक शंकायह बताकर अन्तरके एकार्थ
ओका समाधान वाचक नाम
१३ उपर्युक्त जीवोंका सोदाहरण ५ अन्तरानुगमका स्वरूप तथा
उत्कृष्ट अन्तर
११-१३ उसके द्विविध-निर्देशका सयु
१४ असंयतसम्यग्दृष्टिसे लेकरक्तिक निरूपण
अप्रमत्तसंयत गुणस्थान तक
नाना और एक जीवकी ओघसे अन्तरानुगमनिर्देश ४.२२
अपेक्षा जघन्य और उत्कृष्ट ६ मिथ्यादृष्टि जीवोंका नाना
अन्तरोंका सोदाहरण निरूपण .
१३-१७ जीवोंकी अपेक्षा अन्तर-निरूपण, तथा सूत्र-पठित ‘णत्थि
१५ चारों उपशामक गुणस्थानोंका अंतरं, णिरंतरं' इन दोनों
नाना और एक जीवकी पदोंकी सार्थकता-प्रतिपादन
अपेक्षा जघन्य और उत्कृष्ट ७ मिथ्यादृष्टि जीवोंका एक
अन्तरोंका सोदाहरण निरूपण १७-२० जीवकी अपेक्षा जघन्य
१६ चारों क्षपक और अयोगिअन्तरका सोदाहरण निरूपण
केवलीका नाना और एक ८ सम्यक्त्व छूटनेके पश्चात्
जीवकी अपेक्षा जघन्य और होनेवाला अन्तिम मिथ्यात्व
उत्कृष्ट अन्तर
२०.२१ पहलेका मिथ्यात्व नहीं हो
१७ सयोगिकवलीके नाना और सकता, इस शंकाका समाधान
एक जीवकी अपेक्षा अन्तरके ९ मिथ्यादृष्टि जीवोंका एक
अभावका प्रतिपादन
२१ जीवकी अपेक्षा उत्कृष्ट अन्तर
का सोदाहरण निरूपण .. १० सासादनसम्यग्दृष्टि और | आदेशसे अन्तरानुगमनिर्देश २२-१७९
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