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पद-रचना : क्रिया-प्रकरण
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'आ', 'ए' एवं, 'ओ' कारान्त धातुओं के रूप : परस्मैपद प्राकृत
पालि (स्था) (दा) (जिना)
(दा) । उ.पु. ठामि ठामो देमि देमो जिनामि जिनाम देमि देम . म.पु. ठासि ठाह देसि देह जिनासि जिनाथ देसि देथ अ.पु. ठाइ *ठायति . देइ देंति जिनाति जिनन्ति देति देन्ति प्राकृत (भू–हो)
पालि उ.पु. होमि (होआमि. होएमि) होमो (होआम, होएमो, होइमो) होमि होम म.पु. होसि (होअसि, होएसि) होह (होअह, होएह) होसि होथ अ.पु. होइ (होअइ, होएइ) होति (होअंति, होएंति, होइंति) होति होन्ति
(हुंति) [+प्राकृत में कुछ धातुओं में 'अ', 'य' एवं 'ए' (इ) विकरण लगे हुए रूप भी चलते हैं ।]
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