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६. कृदन्त एवं प्रयोग
(i) वर्तमान, (ii) भविष्यत्, (iii) हेत्वर्थ, (iv) संबंधक-भूत, (v) विध्यर्थ (vi) कर्मणि-बूत, (vii) कर्तृ-भूत, . (viii) कर्मणि प्रयोग, (ix) प्रेरक प्रयोग, (x) नामाधातु
७. शब्द रचना
(क) विशेषण (ख) भाववाचक, (ग) स्वार्थे, (घ) स्त्रीलिंग, (च) समास
अव्यय, परसर्ग एवं देश्य शब्द अ. अव्यय ब. परसर्ग स. देश्य शब्द : (i) तद्भव, (ii) अनुमानित प्राचीन स्रोत
(iii) अनुरणनात्मक, (iv) विदेशी, (v) शुद्ध देश्य, (vi) तद्भव कोटि के परंपरागत
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परिशिष्ट अ. अर्धमागधी भाषा विषयक नयी विशेषताएँ ब. प्राचीन श्वेताम्बर जैनआगम ग्रंथ 'इसिभासियाई' में से उद्धृत मूल अर्धमागधी की वह शब्दावली जो महाराष्ट्री प्राकृत के प्रभाव से वंचित रह गयी
संदर्भ-ग्रंथ
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