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प्रकाशकीय
कल्याण-मन्दिर स्तोत्र का यह पञ्चम संस्करण प्रकाशित किया जा रहा है। प्रस्तुत संस्करण की अपनी अनेक विशेषताएँ हैं, जिन्हें पाठक स्वयं जान सकेंगे। जैसे कि चिन्तामणि स्तोत्र का हिन्दी भावार्थ, जो अभी तक कहीं भी प्राप्त नहीं था, इसमें प्रस्तुत किया गया है।
आशा है, पाठक-गण प्रस्तुत पुस्तक का अपने नित्य-नियम में प्रयोग करके अपने जीवन को पावन और दिव्य-गुणों से मंडित करेंगे।
मन्त्री ओमप्रकाश जैन
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