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१३
Vr. II. 16 RT. I. 2.8 Mk. II. 15
Ho. I. 234 T.I. 8.57
Vr. II. 20 RT.I.2.3 Mk. II.18
He. I. 195 T.I.3.31
Vr. II.21 RT.I. 2.
4 Mk. II.19
c. I. 196 .I.3.27
T
Vr. II. 4,22 Hc. I.186, RT. I.2.12
197 Mk. II. 20 T.I.3.19,25
Vr. II. 23 He. I. 202 Mk. II. 23T.I. 3.30
-II. 13]
हल्कायम् म आपीडे ॥६॥ आमेलो ॥ आपीडः ॥
टो डः ॥७॥ अनाद्ययुक् टकारो डो भवति ॥ विडवो ॥ विटपः ।।
ढः सटा-शकट-कैटभानाम् ॥८॥ सढा । सअढो। केढवो ॥ सटा। शकटः । कैटभः॥
स्फटिकस्य लः ॥६॥ फलिहो॥ स्फटिकः॥
डो लोऽबडिशादेः ॥१०॥ अबडिशादेरनाधयुग डकारो लो भवति ॥ तलाओ तडागः।। अबडिशादेरिति किम्। बडिसो। णिबिडो। जडो॥ बडिशः। निबिडः । जडः॥
खादिर्हः ॥२॥ अनाद्ययुक् खादिर्हो भवति ॥ सुहं सुखम् ॥ घ् ॥ मेहो मेघः ॥ 2 ॥ पुहई पृथिवी।। ।। बोहो बोधः॥ ॥ विहलो विफलः॥ भ। रहसो रभसः ॥ कचिन्न स्यात्। लिखण णिखिल॥ लिखनम् निखिलम् ॥
शिफा-शफरयोर्भः ॥१२॥ शिभा। सभरो ॥ शिफा। शफरः ।।
प्रथमादेः ॥१३॥ पढमो प्रथमः॥ शिथिल निषध औषध दग्ध विदग्धादि॥ [सिढिल । णिसढ। ओसढ। दड्ढ । विअड्ढ । ]
Vr. II. 27 RT.I.2.11 Mk. II.25
He. I. 187 T.I. 3.20
Vr. II. 26 RT. II.1.7 Mk. II. 24
Hc. I. 236 T. I. 3.60
Vr. II.28 Hc. I 55,216 RTI.1.2.4 T.I.2.20
T.I. 3.48
2) In P it is given as a separate
1) In P order is not maintained. सूत्र ( No. 15 ). 3) P. निषेध ।
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