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________________ स्वभाव अधिकार ( २७ ) ५) एक स्वभाव- द्रव्य अपने सब गुण पर्यायोंमें अखंड एक स्वभाव रहता है। ६ ) अनेक स्वभाव- द्रव्य अनेक गुण पर्यायरूपसे अनेक स्वभाव है। ७ ) भेद स्वभाव- द्रव्य गुण पर्याय रूपसे संज्ञाभेद स्वरूप भेद स्वभाव है। ८) अभेद स्वभाव- द्रव्य द्रव्यरूपसे अभेद अखंड स्वभाव है। ९ । भव्य स्वभाव- द्रव्य आगामी पर्यायरूप परिणमने योग्य भव्य स्वभाव है। १० ) अभव्य स्वभाव- द्रव्य पूर्व पर्याय रूपसे अथवा पर द्रव्य पर्याय रूप कदापि नही परिणमने योग्य अभव्य स्वभाव है। १० ) परम स्वभाव- द्रब्य स्वतः सिद्ध पारिणामिक स्वभाव है। ये द्रव्योंके ११ सामान्य स्वभाव है। द्रव्योंके विशेष स्वभाव १० है। १) चेतन स्वभाव-जीव द्रव्य चैतन्य स्वभाव है। २) अचेतन स्वभाव- पुद्गल-धर्म-अधर्म आकाश काल ये पांच द्रव्य अचेतन स्वभाव है । ३) मूर्त स्वभाव- पुद्गल द्रव्य मूर्त स्वभाव है। कर्मबद्ध जीव उपचारसे मूर्त है। ४ ) अमूर्त स्वभाव- जीव-धर्म-अधर्म आकाश काल ये पांच द्रव्य अमूर्त स्वभाव है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001365
Book TitleAalappaddhati
Original Sutra AuthorDevsen Acharya
AuthorBhuvnendrakumar Shastri
PublisherJain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
Publication Year1989
Total Pages168
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Nyay
File Size7 MB
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