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________________ स्वभाव अधिकार ( २५ ) इस प्रकार जो गुण पर्यायोंका समूह उसे द्रव्य कहते है । अथवा जो सत्लक्षण है उसे द्रव्य कहते है। द्रव्य पर्यायरूपसे सदा उत्पाद व्ययरुप परिणमनशील स्थूल व्यक्त है। तथा गुण रूपसे द्रव्य सदा ध्रुव अपरिणमनशील शक्तिरूप सूक्ष्म है अव्यक्त है। ॥ इति पर्याय अधिकार ॥ The स्वभाव अधिकार स्वभावाः कथ्यन्ते ।। २८॥ १ आस्ति स्वभाव: २ नास्ति स्वभावः ३ नित्य स्वभावः ४ अनित्य स्वभाव: ५ एक स्वभावः ६ अनेक स्वभावः ७ भेद स्वभाव: ८ अभेद स्वभावः ९ भव्य स्वभाव: १० अभव्य स्वभाव: ११ परम स्वभावः एते एकादश द्रव्याणां सामान्य स्वभावाः ।। १ चेतन स्वभावः २ अचेतन स्वभाव: ३ मूर्त स्वभावः ४ अमूर्त स्वभावः ५ एक प्रदेश स्वभाव: ६ अनेक प्रदेश स्वभावः ७ विभाव स्वभावः ८ शुद्ध स्वभावः ९ अशुद्ध स्वभावः १० उपचरित स्वभावः एते द्रव्याणां दश विशेष स्वभावाः ॥ २८ ॥ अर्थ द्रव्योंके ११ सामान्य स्वभाव है। द्रव्योंके १० विशेष स्वभाव है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001365
Book TitleAalappaddhati
Original Sutra AuthorDevsen Acharya
AuthorBhuvnendrakumar Shastri
PublisherJain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
Publication Year1989
Total Pages168
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Nyay
File Size7 MB
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