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उजिते-गिरनार उपर
नेमिजिण-हे नेमिनाथ ! वीर-महावीर भगवान ! सच्चउरि-सत्यपुरी (साचोर) मंडण-शोभावनार मरुअच्छे-भरुच नगरमां मुणिसुव्वय-मुनिसुव्रत मुहरि-मुहरि (टीटोई) माममां पास-पार्श्वनाथ
खंडण-नाश करनार .. अवर-बीजा विदेहे-महाविदेहमा रहेला तित्थयरा-तीर्थकरो . चिंहुं दिसि-चार दिशाओमां विदिसि-विदिशाओमां जिं केवि-जे कोइ तीध-भूतकाळ अणागय-भविष्यकाळ संपइअ-वर्तमान काळ वंदू-वांदु छु जिण-जिनेश्वर सव्वे वि-सर्व पण
दुह-दुःख दुरिअ-पाप
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भावार्थ-शत्रुजय पर्वतपर रहेला हे ऋषभदेव प्रभु ! तमे जय पामो. श्री गिरनार पर्वतपर रहेला हे श्रीनेमिनाथ प्रभु ! तमे जय पामो. सत्यपुरी नसरी एटले साचोरनगरना आभूषणरूप हे श्रीमहावीर स्वामी ! तमे जय पामो, भरुचमा रहेला हे श्रीमुनिसुव्रत स्वामी ! तमे जय पामो.
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