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जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन
१०-आभूषण ४८. काञ्चन सूत्र : (पृ० १६०) गले में पहनने की सोने की जंजीर ।
अंगद : (पृ० १६१) भुजा का आभूषण (अमरावती फलक ८, चित्र ७-८) । ५०. कटक : (पृ० १६१) कलाई का आभूषण (वही, चित्र ६, ११) । ५१. मुद्रिका : (पृ० १६१) उंगली का आभूषण ।
__ केयूर : (पृ० १६१) भुजा का आभूषण (वही, चित्र ७-८) । ५३. कण्ठमालिका : (पृ० १६०) कण्ठ का आभूषण । स्त्री-पुरुष दोनों धारण
करते थे (अमरावती फलक ४, चित्र २६)। रसना : (पृ० १६२) कमर में पहनने का आभूषण (वही, चित्र ३४) । मेखला : (पृ० १६२) चौड़ी तथा धुंघरूदार । स्त्री-पुरुष दोनों के पहनने का आभूषण (वही, चित्र २६)।
कांची : (पृ० १६२) कमर में पहनने की करधनी (वही, चित्र २८) । ५७. दाम : (पृ० १६२) कमर में धारण करने का आभूषण (वही, चित्र २७) । ५८. ___ कटिसूत्र : (पृ० १६३) स्त्री-पुरुष दोनों के कमर में धारण करने का आभूषण। ५६. नूपुर : (पृ० १६३) पैर की उँगलियों में पहनने का आभूषण। थाली मे
नूपुर लिये हुए परिचारिका । (वही, चित्र १८) ।
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