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________________ भौगोलिक दशा ४२६ शोभानगर : इसका दूसरा नाम शोभपुर भी है।' पुष्कलावती देश में विजयाधं के निकट धान्यकमाल वन के पास शोभानगर वर्णित है । २ __ शौर्यपुर : इसे शौरिपुर भी कहा गया है ।' कुशार्थ (कुशद्य) देश में शौर्यपुर की स्थिति उल्लिखित है। शंख : जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्रान्तर्गत शंखनगर वर्णित है ।' अन्यत्र धातकीखण्ड द्वीप के पूर्वार्ध भाग में ऐरावत क्षेत्र में शङ्खपुर नगर उल्लिखित है।' श्रावस्ती : जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र में यह स्थित था। इसे कुणाल एवं काशी देश के अन्तर्गत बताया गया है । प्राचीन स्थान श्रावस्ती (सावत्थी) आधुनिक सहेत-महेत है। यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश में गोंडा-बहराइच जिले की सीमा पर बहराइच से छब्बीस मील दूर स्थित है। श्रीनगर" : यह आधुनिक जम्बू-कश्मीर की राजधानी है। श्रीपुर : जम्बूद्वीप के ऐरावत क्षेत्र में विजया पर्वत के नीचे श्रीपुर नगर है । २. यह मध्य प्रदेश के रायपुर जिले में आधुनिक सिरपुर (शिरपुर) है।" स्वस्तिकावती : भरत क्षेत्र के धवल देश में स्वस्तिकावती नगर था।" साकेत५ : इसे फैजाबाद जिले में अयोध्या को प्राचीन साकेत से समीकृत करते हैं। सिंहपुर : जम्बूद्वीप के विदेह क्षेत्र में सीतोदा नदी के दक्षिण तट पर सुपा देश में इसकी स्थिति वणित है ।१६ हरिवंश पुराण में ही इसे शकट देश के १. पद्म ८०।१८६ १०. लाहा-वही, पृ० २१० २. महा ४६।६४-६५; पद्म ५५।८५ ११. पद्म १६११८ ३. पद्म २०५७ १२. महा ४६।२१७, ६६७४, ४. वही ७०।६३; हरिवंश १८६ पद्म ४६१, ८८।३६ ५. महा ६२।४६४ १३. लाहा-वही, पृ० ५५१ ६. वही ६३।२४६ १४. महा ६७।२५६ ७. महा ४६।१४; हरिवंश २८१५, १५. वही ४८१४०, ६०।३३, ६११६२; पद्म २०१३६, ६१२३ हरिवंश ८।१५०, पद्म २०१६ १. महा ५६७२ १६. हरिवंश ३४।३ ६. पद्म ६।३१७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001350
Book TitleJain Puranoka Sanskrutik Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDeviprasad Mishra
PublisherHindusthani Academy Ilahabad
Publication Year1988
Total Pages569
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Literature, & Culture
File Size8 MB
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