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________________ ललित-कला ३१३ कर्म संश्रया के दोष : पद्म पुराण में कर्म संश्रया के अग्रलिखित दोष हैं-- शरीर के रोमों का उल्टा उद्वर्तन करना, जिस स्थान पर मांस नहीं है, वहाँ पर अधिक दबाना, केशाकर्षण, अद्भुत, भ्रष्टप्राप्त, अमार्ग प्रयात, अतिभुग्नक, अदेशाहत, अत्यर्थ और अत्रसुप्तप्रतीपक ।" [it] शय्योपचारिका संवाहन : पद्म पुराण में उल्लिखित है कि जो संवाहन अनेक आसनों से किया जाए वह चित्त को सुखदायक होती है और उसे ही शय्योपचारिका संवाहन कला नाम से सम्बोधित करते हैं । ५. माला निर्माण कला : जैन पुराणों के रचनाकाल में माला निर्माण कला का महत्त्वपूर्ण स्थान था । सम्भवतः माला का व्यापार भी होता था । पद्म पुराण में माला निर्माण कला के चार प्रकारों का उल्लेख हुआ है: [i] आर्द्र : इसमें ताजे पुष्प से माला निर्मित करते थे । [ii] शुष्क : इस विधि में सूखे पत्तों आदि से माला का निर्माण करते थे । [iii] तदुन्मुक्त: इसके निर्माण में चावल या जौ आदि अनाज का प्रयोग करते थे । [iv] मिश्र : उक्त प्रकारों के संयुक्त विधि से माला निर्मित करते थे । पद्म पुराण में ही माल्य कला के रण प्रबोधन, ब्यूह संयोग आदि भेद भी उल्लिखित हैं ।" ६. गन्धयोजना कला : सुगन्धित पदार्थ निर्माण कला को गन्धयोजना कला नाम से अभिहित किया है । इसके - योनिद्रव्य, अधिष्ठान, रस, वीर्य, कल्पना, परिकर्म, गुणदोष विज्ञान तथा कौशल - भेद हैं ।" योनिद्रव्य से सुगन्धित पदार्थों ( तगर आदि) का निर्माण होता है । धूपबत्ती के आश्रय को अधिष्ठान कहते हैं । कषाय, मधुर, चिरपरा, कडुआ तथा खट्टा ये पाँच प्रकार के रस हैं। पदार्थों की शीतता या उष्णता से दो प्रकार के वीर्य होते हैं । अनुकूल प्रतिकूल पदार्थों का सम्मिश्रण कल्पना कहलाता है । तेल आदि पदार्थों का शोधना तथा धोना आदि परिकर्म हैं । गुण या दोष को जानना गुण-दोष विज्ञान है । स्वकीय तथा परकीय वस्तु की . विशिष्टता का ज्ञान कौशल है । " १. पद्म २४।७८ ७८६ २ वही २४/८० ३. वही २४ । ४४ - ४५ Jain Education International ४. ५. ६. पद्म २४।४६ वही २४।४७ वही २४ । ४८- ५१ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001350
Book TitleJain Puranoka Sanskrutik Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDeviprasad Mishra
PublisherHindusthani Academy Ilahabad
Publication Year1988
Total Pages569
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Literature, & Culture
File Size8 MB
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