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________________ अमरीका निवासी वाल्टर हंट लुहार की तेज तर्रार बीबी | उसके फ्राक का बटन टूट गया तो उसने तुरन्त बाजार से लाने को कहा । हंट विचार में पड़ गया, कि इस वक्त बाजार कौन जाए। उसने पास पड़े हुआ तार के टुकड़े को इधर उधर मोड़कर बीबी को दे दिया और कहा कि आज बटन के बदले इसी से काम चला लो | यह काँटा बटन की अपेक्षा कपड़ों में लगाना अधिक आसान लगा । फलत: अनेक सुधार तथा परिवर्तनों के बाद इसने ‘सेफ्टिपिन का रूप लिया, जिसकी उपयोगिता आज जग-जाहिर है । __एक चौका देनेवाला चमत्कार दूरदर्शी ( टेलिस्कोप) का है । मिडेल वर्ग ( हालैण्ड ) नगर का निवासी जान लिपर्सी तरह-तरह के लैंसों के बनाने का काम करता था | एक दिन उसने एक अवतल और दूसरा उत्तल, दो लैसों को थोडी दूरी के अन्तर पर एक सीध में रखा और अपनी आँख लैंस पर केन्द्रित कर सामने वाले क्लाक टावर ( घंटा घर) को देखा, तो आश्चर्यमुग्ध । उसे लगा कि दूरस्थित क्लाक टावर की घड़ी पास आ गई है और काफी बड़ी दिखाई दे रही है । इस प्रकार परिष्कृत होते-होते संसार के प्रथम दूरदर्शी टेलिस्कोप का जन्म हुआ | फिर तो उक्त यंत्र ने थोड़े बहुत परिवर्तनों के बाद वह रूप लिया, जिसने करोड़ों अरबों मील दूर आकाश में रहे ग्रहों, नक्षत्रों ताराओं तक के रहस्य खोल दिए । धरती पर बैठा मानव आज इसी यंत्र के माध्यम से सुदूर ब्रह्माण्ड का दर्शन कर रहा है । न्यूटन ने देखा, सेब पेड़ से टूटा और नीचे जमीन पर आ गिरा | इधर-उधर, ऊपर या तिरछा कहीं न जाकर सीधे नीचे ही क्यों आया ? खोज हो गई पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के महान सिद्धान्त की । घटना कितनी छोटी । धरती के करोड़ों लोग आँखों से यह सब देखते रहे हैं, देख रहे हैं । पर, रहस्य खोजा न्यूटन की अन्दर की आँख ने । भौतिक जगत् में ही नहीं, आध्यात्मिक जगत् में भी ऐसा ही होता है। साधारण-सी नगण्य घटनाओं के निरीक्षण से वह बोध मिलता है कि आदमी का जीवन ही बदल जाता है | अनेक दस्यु, हत्यारे, गुण्डे प्राचीन काल में ऐसे (१७८) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001306
Book TitleChintan ke Zarokhese Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherTansukhrai Daga Veerayatan
Publication Year1988
Total Pages277
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Discourse
File Size13 MB
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