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________________ कैलाश उत्तरश्रेणीकी ६० क्रमसं. ति. प. ४-११८ | ६. पु. २२-८५ । भा. पु. १९-४७ | त्रि. सा. ७०१ | लो. वि. १-३॥ १ | अर्जुन आदित्यनगर अर्जुनी अर्जुनी अर्जुन अरुणी रम्यपुर | वारुणी अरुणी अरुणी गगनवल्लभ कैलासवारुणी कैलाश कैलाश वारुणी चमरचंपा विद्युत्प्रभ वारुणीपुरी वारुणी | विद्युत्प्रभ गगनमंडल किलकिल विद्युत्प्रभ विद्युत्प्रभ | किलकिल विजय चूडामणि किलकिल किलकिल चूडामणि वैजयन्त शशिप्रभ चूडामणि चूडामणि | शशिभ शत्रुजय वंशाल शशिप्रभ शशिप्रभ | वंशाल अरिंजय पुष्पचूड वंशाल वैशाल | पुष्पचूल पद्माल हंसगर्भ पुष्पचूल पुष्पचूल | हंसगर्भ केतुमाल बलाहक हंसगर्भ हंसगर्भ बलाहक रुद्राश्व शिवकर बलाइक बलाहक |शिवकर धनंजय श्रीहर्म्य शिवंकर शिवंकर श्रीसौध वस्वौक चमर श्रीसौध श्रीसौध १५ चमर सारनिवड शिवमन्दिर चमर चमर १६ | शिवमंदिर जयन्त वसुमत्क शिवमन्दिर शिवमन्दिर वसुमत्का अपराजित | वसुमती वासुमत्का वसुमत्का | वसुमती वराह सिद्धार्थक वसुमती वसुमती | सर्वार्थपुर हस्तिन शत्रुजय सिद्धार्थ | सिद्धार्थक २० | शत्रुजय सिंह केतुमाल शत्रुजय शत्रुजय २१ | केतुमाल सौकर सुरेन्द्रकान्त ध्वजमाल केतुमाल २२ | सुरपतिकान्त हस्तिनायक गगननन्दन सुरेन्द्रकान्त सुरेन्द्रकान्त २३ गगननन्दन पाण्डुक अशोका गगननन्दन गगननन्दन Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001275
Book TitleTiloy Pannati Part 2
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorA N Upadhye, Hiralal Jain
PublisherJain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
Publication Year1956
Total Pages642
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size12 MB
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