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-७. १५१ ]
सत्तमो महाधियारो
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बारसजुदसत्तसया णवणउदिसहस्स जोयणाणिं पि । अडवण्णा तिसयकला विदियपहे चंद्र चंदरस ॥१४६ 1
९९७१२
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वणउद्दिसहस्सा णि सत्तसया जोयणाणि पणसीदी । उणणउदीदुसयकला तदिए विश्वं सिदंसूणं ॥ १४७
९९७८५
वणवदिसहस्सा अनुसया जोयणाणि अडवण्णा । वीसुत्तरदुसयकला ससीण विच्चं तुरिममग्गे ॥ १४८
९९८५८ | २२० |
व उदिसहस्सा णवसयाणि इगितीस जोयणाणं पि । इगिसद इगिवण्णकला विद्यालं पंचमपदम्मि || १४९
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९९९३१
१५१ ४२७
एक्कं जोयणलक्खं च अब्भहियं हुवेदि सविसेसं । बासीदिकला छठे पहम्मि चंद्राण विच्चाले || १५०
८२ ४२७
१००००४
३५८ ४२७
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२८९ ४२७
सत्तत्तरिसंजुत्तं जोयणलक्खं च तेरस कलाओ । सत्तममग्गे दोहं तुसारकिरणाण विच्चालं ।। १५१
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द्वितीय पथमें एक चन्द्रसे दूसरे चन्द्रका अन्तराल निन्यानबे हजार सात सौ बारह योजन और तीन सौ अट्ठावन कला अधिक है ॥ १४६ ॥
१३ ४२७
९९६४० + ७२५७ = ९९७१२ १ २८ ।
तृतीय पथमें चन्द्रोंका अन्तराल निन्यानबे हजार सात सौ पचासी योजन और दो सौ नवासी कालमात्र है ॥ १४७ ॥ ९९७१२३३८ + ७२१५७ = ९९७८५३७ !
चौथे मार्गमें चन्द्रोंका अन्तराल निन्यानवै हजार आठ सौ अट्ठावन योजन और दो सौ बीस कला अधिक है ॥ १४८ ॥। ९९७८५१३७ + ७२१५८ = ९९८५८१३७ । पांचवें पथमें चन्द्रोंका अन्तराल निन्यानबे हजार नौ सौ इकतीस योजन और एक सौ इक्यावन कलाप्रमाण है ॥ १४९ ॥ ९९८५८१३७ + ७२१३७ ९९९३१३ 1 छठे पथमें चन्द्रोंका अन्तराल एक लाख चार योजन और ब्यासी कला अधिक है ॥ १५० ॥। ९९९३११३७ + ७२१३८ १००००४४२७ ।
सातवें मार्ग में दोनों चन्द्रोंका अन्तराल एक लाख सतत्तर योजन और तेरह कलामात्र है ।। १५१ ॥ १००००४४२ + ७२३५८ = १०००७७४१२७ ।
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