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________________ १. व्यक्तिविशेषनाम पसन्नकिसि पसेणइ पह पहत्थ पहर पहसिन पहामंडल पहायर पहावई-१ अंजणा का भाई १२.९६, पियकारिणी महावीर की माता २०. .. -२ लोकपाल वरुण का पुत्र ९८,१७.२०,५०.१०,१९, ५० ( देखो तिसला) १६.१९ ५४ २४ पियधम्म दाशरथी भरह सह दीक्षित पुणव्व मु सुपइट्ठपुर का ( विद्याधर तेरहवें कुलकर ३.५५ राजा ८५.५ राजा) मुनि तथा लक्षण वानरयोद्धा ५९.७,९ पियनंदि मंदिरपुर का राजा १७ का पूर्वभवनाम २०.१७२; राक्षसमुख्यभट ८.२१३, ६३.३५, ३८,५८१०३. २१४,२७४; १२.९२,५३. पियमित्त मुनि छठे वासुदेव का पूर्व १३८ ९२,५६.२७,५७.३२-३५, जन्मनाम २०.१७१ पुण्णघण रहनेउर का विद्याधर ५८.१,१३,१६,१९,५९.१%3 पियरूव वानरयोद्धा ५७.७ राजा, लंका के प्रथम पियवद्धण राजा ३२.२३ राक्षस राजा मेहवाहण वानरयोद्धा ५७.१० पियविग्गह वानरयोद्धा ५७.८ के पिता १.४०:५६५,६७, भामंडल का मित्र १५. पिहियासव मुनि, छठे तीथंकर के पूर्व ६९,७१,७५,७६,९१,९३; ५२ ५५-५७, ७२, ७७, जन्मगुरु २०.१८ पुण्णचंद-१ 'विद्याधरवंशीय राजा ५.४४ १६.५८,६१,६६,६७.६९. पिहु-१ कुस के श्वसुर, पुहवी- , -२ वानरयोद्धा ५७.८ ७३ ८२,१८.१५,२५,३१% पुर का राजा ९८.४,५, पुण्णभद्द यक्षाधिपति, रावण के देखो भामंडल ३०.३२, ८,१२, १३, २७,३२, ३४, जिनमन्दिर को रक्षक ६७. ९८ ३५,४०,४८ दाशरथी भरहसह दीक्षित पिहु-२ राजा, राममित्र ९९.५० पुप्फचूल राक्षसयोद्धा ५३.३५ राजा ८५.५ पीइंकर-१ चक्रवर्ती बंभदत्त की माता पोयणपुर निवासी, राक्षस पुष्पचूला लक्खण की पटरानी २०. राजा महारक्ख का पूर्व २०.१५८ १८७ भवनाम ५.२२८ पुप्फत्थ राक्षसयोद्धा ५९.५ दाशरथी राम की दूसरी , पीरपुरका विद्याधर राजा, पुकदत नवें तीर्थकर, देखो कुसुममहादेवी ९१.१८ सुमालि का समुर ६. . दंत ५.१४७,९. ९२,२०. देखो पभासकुंद २३९ राक्षसवंशीय राजा ५.२६२ -३ वानरयोद्धा ३९. ३२; ६७. का घणय का वायुयान, पुनः तेवीसवें तीर्थकर १.६, ५. रावण का, पुनः दाशरथी १०; =पीईकर ५७४ पीइमई -१ विद्याधर रानी, सुमालि राम का ८. १२८; १२. १४८,९. ९४; २०६, ४९. की सास ६.२३९ १४३, ४४.२९,४५३०; ५५,५७,१५९ पीइमई -२ ) ७.५९ ६९.२५; ७९.१ १२,१३, (देखो महुर्पिगल) पुरोपीइमहा सु मालि की स्त्रो ६.२३९ १५:१००.४७,१०१.१७ हितपुत्र २६.८.७१,३०. रावण की स्त्री ७४.११।। पुष्फसेहर राक्षसयोद्धा ५६.३५ ५२,७१,७४ पीईकर (देखो पीइंकर ३) पुरंदर-१ विद्याधर राजा ६.१७० । दाशरथी राम की प्रजा पीतिकर मुनि ८५.४,५ इक्ष्वाकुवंशीय राजा २१. का अगुआ ९३.१७ पीयंकर-१ राक्षसयोद्धा ५९.५ ४२,७७.७८,८. काकंदीपुर का राजकुमार, लवण का पूर्वजन्मनाम अक्खपुर का राजा ७४. पुरचंद विद्याधरवंशीय राजा ५. ३८,४०४२ १०४.३,२५,२९,३१ पुंजत्थल इक्ष्वाकुवंशीय राजा २२. पुरिसवरपुंडरीअ छठे वासुदेव, (देखो पुंडब्राह्मण नो १०४.२७ रीया)५.१५५,२०.१९८; रानी १७.५३ पुंडरीय-१ छठां वासुदेव ५.१५५; ७०.३४ अरिद्वपुर का राजा ३९. ७०.३४ ( देखो पुरिस- पुरिसवसभ मुनि, पांचवें बलदेव का वरपुंडरीय) पुर्व जन्मनाम २०.१९. पहासकुंद पहि पास पिंगल-१ पीई पियंकर पियंगु पियंगुलच्छी पियंवय 2-17 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001273
Book TitlePaumchariyam Part 2
Original Sutra AuthorVimalsuri
AuthorPunyavijay, Harman
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year2005
Total Pages406
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Literature, Story, & Jain Ramayan
File Size11 MB
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