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________________ दूमण-१ दूसण-२ देवई देवरक्ख कोसंबी का राजा ७५. ६२,६५,६८ दाशरथी भरहसह दीक्षित राजा ८५.३ नन्द वंशीय राजा८०.४६% ८९.४२ मुनि ३५.७९ सातवें बलदेव ५.१५४: ७०.३५ इविरिअ का मित्रराजा ३७.१० मुनि २०.११९ वानरयोद्धा ५९.९७६७.१. राक्षसयोद्धा ७०.६५ दाशरथीभरहसह दीक्षित राजा ८५.३ वोमबिंदु की पत्नी ७. ५३,७२, विभीसण की सास् ८.६१ सातवें वासुदेव की पटरानी २०.१८६ रावण की स्त्रो ७१.१. दाशरथी भरह की प्रणयिनी देवी १. व्यक्तिविशेषनाम चंदणहा का पति १.५४, धणमित्त मुनि, तीसरे वासुदेव का , -२ ७५:१६. १५, २०१८.३० पूर्वजन्मनाम २०.१७१ ४४.९,१४,१५,४५.६,८,९, धना वणिक् स्त्रो ४८.१९ , १६:४६.२२,२३,२५,९० धम्म पन्द्रहवें तीर्थकर १४:५. ४९.५:५३.२९ १४८,९.९३, २०.५, ४१, , -४ ( देखो खरदूसण) ११२.१३७,९५.३१ धम्ममित्त वानरयोद्धा ५७.१३ , दाशरथी भरहसहदीक्षित- नंदजइ राजा ८५५. राजकुमार ८८.१६ नंदण-१ धम्मरयण हण के दीक्षागुरु १०८. नवम वासुदेव कण्ड की। ४४.४७ माता २०.१८५ धम्मरुइ महापुर का राजा. चक्र विद्याधरवशीय राजा ५. दर्ती सणंकुमार का पूर्व१६६,२४०, २४२, २४४, भवनाम २०.१२१ २५०. तीर्थकर पउमराह के मिरिकंठ की बहिन व पिता २०.३२ राक्षस कित्तिघवल की धरण-१ धरणेन्द्र देव १.३९,९.९६, रानी ६४ १०२; ६४. २९ =धरणिंद केवली मुनि १.७२,३९. ३.१४५:५. २४, २६,३८, नंदवई-१ ८७, १२२, १३३, ८२.१, ३०,४०:९.१०१ ११,१८ धरण-२ अंगपुरनिवासी ३१.. विद्याधरवंशीय राजा ५.१५ धरण-३ लखण-पुत्र ९१.२० दसरहरानी केकई का धरणि रानी ८९.३ भ्राता ६५.२०;-दोणघण धरणिद ( देखो धरण (१) नंदा -१ २४.६०,६४.१९ =दोणमेह धरणिधर साकेय का राजा ५.५. "-२ २४.३,६३. २५७ धारिणी-१ गृहपत्नी १३.२७ -सुया६४ ४४; =दोणघण विजयपब्व की रानी नदियोस सुया ९१.१४:२२ -दोणमेह ३९.३८ धूया ६५.३६-दोणमेहसुया " -३ मेरुशेठ की पत्नी१०३३ ६४.१७ (देखो विसला) समुदत्त शेठ की पत्नी देवेन्द्र का लोकपाल ३. १०५.८२ नंदिवद्धण-१ ६७,११३:४.५७७७.१४९; धिइकत पुष्वविदेह का राजकुमार २१.१६८९.३० १०३.८१ विद्याधर इंद का लोकपाल धीर सीयास्वयंवर में उपस्थित १.५१:७.५३;८.६६,११९, राजा २८.१०२ १२०,१२४,१२८ धूमकेउ पुरोहित, महुपिंगल के राजकुमार, कंपिल्लपुर का पिता ३०.७१ ८२.५७,५८.६०,७७ धूमक्ख राक्षसयोद्धा ५६.३२ नदिसुमित्त श्रेष्ठिपुत्र, दाशरथी राम राक्षसयोदा ५६.३२ का पूर्वभवनाम. १०३.८, नंद-१ मुनि, जिन नमि के पूर्व- नंदिसेण १०.१२,१७,२२,८९.११७ जन्मगुरु २०.२० देसभुसण दोचूह दोण पुक्खलानयरी का राजा ३१.९,१०,११,३४ देखो आणंदमालि १३. नंदिमालि घणअ-१ घणअ-२ पुश्वविदेह का राजा १३.३०, नदिघोस के पिता ३१. १०,११,१२,३४ ससंकनयर का राजा ८२.८९ मुनि १०५.२२ मुनि, तृतीय बलदेव का पूर्वजन्मनाम, २०.१९५ राजा, सातवें तीर्थकर का पूर्वभवनाम २०.३ घणअ-३ धणदत्त घूमुद्दाम Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001273
Book TitlePaumchariyam Part 2
Original Sutra AuthorVimalsuri
AuthorPunyavijay, Harman
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year2005
Total Pages406
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Literature, Story, & Jain Ramayan
File Size11 MB
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