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________________ १. व्यक्तिविशेषनाम चदवयणा-१ चंदविक्कम चंदसिहर चंदहास . चंदाभ-१ चंदाम-२ " , ५६.३९ राजा चंदगह का मृत्य २८.२५,४१ २८ २६ जंबुमालि विद्याधरवंशीयराजा ५.२६३ राक्षस सुंद का पुत्र ११३. जंबुवंत १३ जंबू सुग्गीव की पुत्री ४७.५४ जंबूणअ-१ नवम चक्रवत्तों का पूर्वजन्मनाम, वीयसोयनयरी जंबूणअ-२ का राजा २०१४२ जबूणयपुत्त खरदसण का मंत्री ४४. जंबून १२ जक्खदत्त विद्याधर राजा, पडिसर के पिता तथा अंगणा के अक्खसेण नाना १७.१०२ जगज्जुइ उवरंभा की दूती १२५५. गंधर्व मणिचूल की स्त्री जडाइ ) चंदाभ-३ चंदाभा-१ ,, -२ चंदोदय रावण की स्त्री ७४.८ चवल विद्यावरी, राजा रयणरह चवलगइ ) (२ को रानी ९०.२ चवलवेग ) ( देखो, चंदगड) ३०.७५ चाउंडरावण विद्याधरवंशीयराजा ५.४३ रावण की एक तलवार ९.१४,६८४२,६९.४३ चारूसिरी ग्यारहवे कुलकर ३.५५ चितामणि आठवें तीर्थकर २०.५,३४, ५४ (देखो ससिपम) वानरयोद्धा ५७. ३, ५९. चित्तप्पभ ३७७६.२३ वानर सुग्गीव की पुत्री, चित्तभाणु ४७.५३ वडनयर के राजा वीरसेन की रानी १०५.९०, चित्तमाला-१ ९४,९५,९६,१०१. १०३. ११०,११२ दाशरथी भरह का पूर्व- चित्तरह भव-नाम ८२.२५,२७ ११६. ( देखो चंद ३) 'चित्तारिक्ख विराहिम के पिता, पायालंकार का राजा १. चित्तस्सवा ५४.९.१८ २०:४५.३,२१ ४१:११२.२ -नंदण ४५.२६,७९. २४, छत्तछाय ८५. २७: ९९.३६:१०१.. २५ देखा विराहिम जउणदत्त विद्याधर साहसगह के पिता १०.३ जउणदेव चकपुर का राजा २६.४ विद्याधरवंशीयराजा ५.२६३ आठवे कुलकर ३.५३' जउणा-१ पभव (१) का आगामी जन्मनाम, भवनवासी देवों का एक अधिपति ८७.२, जंबव ३,१२,-कुमार १२.३३; -राया ८७.१५ जंबवंत वानरयोद्धा ५७११ राक्षसयोद्धा ५६.३९ जंबुवंत ४९.२९,५४.३६,६७.१२; ७१.११; जंबून ४७.८; ६४.२ रावण का पुत्र ५९.२२,२५, ७१.३६७७.६२ देखो जब राक्षसयोद्धा ५६.३० दाशरथी भरत के साथ दीक्षित राजा ८५.२ देखो जंबव जंबवंत का पुत्र ५९.३३ देखो जंबव कुंचपुर का राजकुमार ४८.१११३,१५,२६ जक्खदत्त के पिता ४८.१४ चंदाइश्चपुर का राजकुमार ८२.६५ एक पक्षी, दडगारण्ण में राम-सीया द्वारा प्राप्त, दंडग राजा का आगामी भव ४१.७५ १.७३, ४४. ४०, ५५: ११३. २२. २९, ३७-सुर ११३.३०-देव ११३.५८; ४१.६५ ७८,४२.३५,४४. ३७,५४,४७.३:५३.३३% राक्षसयोद्धा १२.९२ सीया के पिता, मिहिला के हरिवंशीय राजा २१. ३३,३४,२३.१२,१५,१८; २४.११३६:२६.१,२,७०, ७२,९२, ९५,१०२, १०३: २७. २,३,८-११,२२,२३, २५,२८,११; २८.१, १५, ४१-४५,५१,५३,५५,५६, ६३,६६,६८,७३,७६,७७, ७९,८२,९३ ९६, १३२: ३०.८,३३,५१,५५,८४, ८५,९५,९७३१.३५,५६. ५७,९५.२०,९६.५,११८. १२,५४ जडाउ । सीया-स्वयंवर में उपस्थित राजा २८.१०१ मुनि, चौदहवें तीर्थकर के पूर्वभवगुरु २०.१९ देवी, सीया-पूर्वभवनाम ३०.७० रानी २१.४३ महापुर का राजा १०३. चंदोयर जडागि । चूणमणि जढर जण जणय महुरा का राजकुमार ८८. चकंक चक्कद्ध चक्कार चक्खुनाम चमर ससुग्ध का पूर्व-जन्मनाम, महुराका निवासी ८८.४ वणिक् श्री ३३.६५ गृहपति पभव की स्त्री ४८.७७ वानर सुग्गीव का मंत्री ४९.२१; ६२.२४,९८.४५, ४८.६१,५७.२,७६.२३, ७१.१०,७६.-जंबूणअ-२ १७.१२,४८.७७,९५,९८ चल-१ चल-२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001273
Book TitlePaumchariyam Part 2
Original Sutra AuthorVimalsuri
AuthorPunyavijay, Harman
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year2005
Total Pages406
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Literature, Story, & Jain Ramayan
File Size11 MB
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