SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 250
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ उसह-२ उसहसेण हणुअ की स्त्री, वानर सुग्गीव की पुत्रो. ४९. १४ (देखो पउमराग) इक्ष्वाकुवंशीय राजा २२.९८ दाशरथी भरह की प्रणयिनी एकचूड एगकण्ण एरावण-१ राजा आणंद (१) की रानी जियसत्तु (१) को सास. एरावण-२ विद्याधरी, लक्खण की स्त्री ५४.४२ रावण की स्त्री ७४.९ 'कइगई राजपुत्री, देसभूसण और कुलभूसण की भगिनी कइद्ध ककड कंचणाभा १. व्यक्तिविशेषनाम धायईसंड में अरिंजयपुर कणग-१ मत्तियावई का एक वणिक् कमलनामा का राजा ५. १०९ ४८१९ उसह-जिन के गणधर कणग-२ देखो कणअ १) ३७ २७ कमलबंधु कणगष्पह विद्याधर राजा १.३ १०८ विद्याधरवंशीय राजा ५.४५ राजा, लंपागदेश का कणय-१ विद्याधरराजा, कणयपर कमलमई ९८.५९ का ६.२४१ कमलमाला देवेन्द्र का हाथी २.३८, कणय-२ विद्याधर राजा ८.३६ । ११५,२८.३०७१.३ कणयपभा (देखो कणयप्पमा'७४. विद्याधर इंद का हाथी ७. कमलसिरी-१ १०,२२,१२.८५,१३२ कणयपभ • विद्याधर योद्धा १२.९८ दाशरथी भरह की माता कणयप्पभा रावण-स्त्री, राजा मरुअ ८०.३५,८६.२८९५.२१ की पुत्री ११.१०० (देखो। कमला (देखो केकाई) कणयपभा) कमलुस्सवा वानरवंशीय राजा १.८३ कणयमाला कुप को खो ९८.४ राजा ३२.२३ कणयरह-१ (देखोरयणरह २)९०.२८ रानी पियंवय की पत्नी कयंत-१ कणयरह-२ विद्यावर राजा, कंचण३९.७७ (देखो कणयामा) नयर का १०६.१,२ कयत-२ दाशरथी भरह के साथ कणयसिरी विद्याधरगनी, कणय १ की दीक्षित राजा ८५.५ वानर योद्धा ५७.१८ पत्नी, मालवंत की सास रावण की स्त्री ७४.११ दाशरथीभरह की प्रणयिनी कणयाभा-१ सोवास की रानी २२.७६ सनुदमण की रानी ३८. पुग्वविदेह में मत्तकोइ. लरव ग्राम का राजा १०३. (देखो कंचणाभा)३९.७९ १२९ अयल (५) की माता ८८. वानर योद्धा ६१.२७ इक्षाकुवंशीय राजा २२.९९ विद्याधर रानी १०३.५८ कयंबविडव राजा ३२.२३ - कणयावली-१ विद्याधर राजपुत्री, माल- कयचित्ता राजा जण के भाई २७. वंत की स्त्री. ६.२४१ कयधम्म " २५:२८ १३२,१३४.१५. -२ लोकपाल कुबेर की माता ३१. ३५ -सुया ( देखो सुभद्दा) २८.१३६,१३९ नवम वासुदेव ५.१५५, कयाण १०५.१५ कररुह राक्षस योद्धा ५६.३२ कत्तविरिय सावत्थी नरेश, चक्रवर्ती सुभूम के पिता २०.६३९ कलह रानी, अंजणा का पूर्व- कमण राक्षसयोद्धा ७१.३६ भव नाम १७.५५,१०, कमलकंता साध्वी ३०.६७ कलिंग ६२६४६८ कमलगब्म मुनि ३१.१९,२४ कालाणगुणधर कंत कंता-१ कंतासोग । राक्षस योद्धा ५६.३१ दाशरथी राम का सेनापति ८६.४७, १००.४,८-मुह ८६.३०९४.६२, १००.३; ११३.६४-वयण १.८६% ८६.२६,४६,४९,५०,८८. ४१,४२,९४.२० २४,२९. ३४.४७,५४,५७,५६११ ९९.२,५:१००५१०३. १५५, १६०,१६१,१६२, -सुर ११३.१२.३५,३७, ६४ राक्षसयोद्धा ५६.३८ रावण-पुत्री ११.१०१ राजा, कंपिल्लपुर का, तीर्थकर विमल के पिता २०.३९ ब्राह्मण ३०.६०,७१,७६ राजा, पुप्फावण्ण नगर का ७७.७५,८८ आइविरिय का मित्रराजा कैद कढोर कणअ-१ कणअ-२ कणअ-1 कणओयरी वानरयोद्धा ५७.१२ मुनि १३.४४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001273
Book TitlePaumchariyam Part 2
Original Sutra AuthorVimalsuri
AuthorPunyavijay, Harman
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year2005
Total Pages406
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Literature, Story, & Jain Ramayan
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy