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डॉ. सुषमा सिंघवी द्वारा ध्यानशतक का एक नवीन संस्करण प्रकाशित करने जा रही है, यह प्रसन्नता का विषय है। लोढ़ाजी ध्यान साधक हैं और डॉ. सुषमा सिंघवी संस्कृत, प्राकृत एवं जैन विद्या की समर्थ अध्येता एवं व्याख्याता हैं । उनके द्वारा अनूदित एवं व्याख्यायित यह कृति लोगों के ध्यान की ओर बढ़ते हुए रुझान को संपोषित एवं पल्लवित करे, यही शुभकामना ।
बुद्ध पूर्णिमा वैशाख शुक्ल पूर्णिमा विक्रम सम्वत् 2063
24 ध्यानशतक
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सागरमल जैन संस्थापक निदेशक प्राच्य विद्यापीठ, शाजापुर
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