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छोध किया - ४६ दई माने मारग मोक्षको
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बैरआदि कईज गेो ले सब आलमरीन तेमळ भयात्म झावली, प्राहितां निधान
त्योग विभाग न दित्तमा, भावे न लेनेझान भारडे त्याग दियोगमा तो लूले जिल्लाक
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