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युगवीर-समन्तभद्र-ग्रन्थमाला : १४ अनेकग्रन्थ-निर्माता, दार्शनिक-शिरोमणि, प्रखर तार्किक
आचार्य विद्यानन्द
प्रणीत
प्रमाण-परीक्षा
[ न्यायशास्त्रकी अद्वितीय विशद कृति ]
सम्पादक
डॉ० दरबारीलाल कोठिया ( न्यायाचार्य, शास्त्राचार्य, न्यायतीर्थ
___ एम. ए., पी-एच. डी. ) पूर्व रोडर, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी (उ० प्र०)
वीर-सेवा-मन्दिर-ट्रस्ट-प्रकाशन
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