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________________ , सिार तोड्ड पञ्चमं परिशिष्टम् ......... सतपदी अग्गिकीड णदीमच्छक फलकीड सुरगोपकसिप्पिका इंदगोपिका : पतंग .. जलायुमच्छक धण्णकीड इंदकाइय जलाउ . चसणिका : उद्भिज्ज.. आसालिक सुत्तजगलिका .. उंदर दककिमि पृष्ठ २२९ संखण कीमिक कुंथु ... सरड णीपुर भमर +.काकुंथिक उरणी खालग सुमंगल मधुकरी वडक गंडूपय सुयम्मुत्ता मसग सिरिवेटक सव्वटुक पंथोलग तेइंदिय मक्खिका '. करिण्हुक सूकमिंड कोलिक वतिभेदग जुंगलिका किविल्लका . . पयुमक पृष्ठ २३० घरपोपलिका गहकंडुग उप्पाटक ओपविका ....सद्द लिच्छ अहिलूका . कुंभकारीम उप्पातक बिलासय संवुट्टिक भिंगारी चोलाडिग तणहारक इंदगोपक सूकमिद्द आलका पत्तहारक कुलिंग भमर पसलचित्त पृष्ठ २३७ सेतगुलिक मधुकर कुंथु धम्मणग कण्हकीडिका खुलिक पंडराग पिपीलिका वराड यूका माहाडक संखणग उपचिक पृष्ठ २६५ पतंग मंकुण 'कसक मच्छिका सिप्पि रोहिणिक एगिदिय उप्पातका ... वातपुरील - गंडूपद मगसक पुढविक्काइक तेवरुक रोहिणिका वातंसु जलूका छिर आवुक्कायिक तपुस जुगलिका कुतिपि भासालिका कुरिल तेवुक्कायिक मिजिक कण्हपिपीलिका बहुपद बारवत्त सिगिलि वायुकायिक पातिक कण्डविच्छिका ईलिका पाण्णयिक मंडूकलिया वणप्फतिकायिक साहिक घूण सीकूणिक धिंकुण पृष्ठ २६६ सतप्पाय संताणक लिक्खा गोम्मी बेइंदिय गोम्मि उंडणाही - उन्मणाभि घुण कीडग हत्थसोंडक ' तंतुवायक : चम्मकीड विच्छिय संखणग कडमच्छ (३६) वनस्पतिविभाग पृष्ठ २०२ असोग पालिभग सिरीस पृष्ठ ६३ तिलक सज बंधुजीवक छत्तोध पुंजातीय गुल्म फल अजुण दधिवष्ण णल साल कतंब सत्तिवण्ण मधुग गुच्छ कणवीर बकुल कोसंब चंदण गुम्म सिंधुवार वंजुल कुडज भीख्य लोद्ध अणंगण लता पुण्णाग उदुंबर उण्होलक अयकण्ण वल्ली णागरुक्ख अप्फोय अस्सकण्ण वारंग अणोज कुरबक णग्गोध धम्मण्ण खदिर पवाल अंकोल्ल वड धव अयमार सेदकंठक कोलिक सिण्हक दालिम कर रत्तकंठक परोह . णग्गोध सिलिंध णालिकेर ... पुरुक्खएकार्थक वाणीर पृष्ठ ६३ मतिमुत्तक विलियंध कविट्ठ पादव छिक्क पुंजातीय वृक्ष अहिरण्णक णिवुर रिट्ठक णीलकंठक अंब . कणिकार 'साग . पारावत .. रुक्ख तिमिरक अंबाडक चार असण णत्तमाल सण पणस . वरुणक कोविराल ... थावरकाय . तलकोड लकुच किंसुग कोविडाल वणसंड विडवी णागमालक... पृष्ठ २३८ "गंदी संख घुकभरध कोरेंट जिंब अंकुर दुम " , प्राण Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001065
Book TitleAngavijja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year1957
Total Pages487
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Jyotish, & agam_anykaalin
File Size15 MB
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