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________________ ३५२ अंगविजामध्यगतानां विशिष्टवस्तुनानां विभागशः सङ्ग्रहः अंगण चचर अंगण वियडप्पकास रायपध सिंघाडग तलाक विकरण पस्सवण पृष्ठ १४८ पृष्ठ २२१ अरंजर उहिया जूब कुड किजर उखलिका पृष्ठ २२२ माल वातपाण अद्यालय उदकपध वय उदुपाण उट्टियपट्टग जपणवाड देवायतण संगामभूमी पृष्ठ २३३ खेत्त वत्थु गाम णगर सचिवेस आवास रायपध महारच्छा उस्साहिया पासाद गोपुर अट्टालग पकंठ तोरण बार पश्वत वासुरुल थूभ एलुय पवात वप्प तलाक दहफलिका वप्प खित्त भाराम तलाग सेतु पृष्ठ २१४ पासाय माल पट्टीवंस मालग्ग पागार गोपुर अट्टालग पव्वत धय देवतायतण गिह कूविया आकास जणपद अरण्ण सीमंतिका खेत रच्छा णिवेसण रायमग्ग णदी तलाग पुक्खरणी चिति सेतुबंध आयतण पृष्ठ १५२ पब्बत सागर मेदिणी णदी चेतिय आयाग पृष्ठ २०० देस णिगम णगर पट्टण खेड मागर गाम सण्णिवेस पृष्ठ २०१ रायवाणी पासाद गिह णदी पउली अस्समोहणक खंभ आगमणसंरोध पृष्ठ १३८ आएसण मंडव पवा सेतुकम्म पुरोहर पृष्ठ १४५ चश्चर महापध तित्थ उदुपाण पृष्ठ १४६ जलस्थान णदी समुह सर फलिह सेउ बिल णाली थंभ अंतरिया पस्संतरिया कोट्ठागार अरस्स भावुपध पणाली उदकचार वश्चाडक भरिटुगहण वेसण अंतेपुर तिय सिंघाडग चउक्क फलिहा पाकार वय परिखा धय पाली सुसाण वच्चभूमि मंडलभूमी पागार पेंडपाली एलुग चेति पवा पंथ पम्वत पृष्ठ २३४ उदुपाण चीती गिब्व पणाली वञ्चाड पवा पृष्ठ ६६ सुवण्णमासक स्ययमासक दीणारमासक ऊणमासक काहापण सुवण्णगुंजा दीणारी पृष्ठ ६५ वारक पुंजातीय भंडो- कलस गरण गुलमग अरंजर पिढरक भलिंद मल्लगभंड कुंडग पत्तभंड माणक लोहमय घडक मणिमय कुढारक संखमय (१२) सिकक विभाग खत्तपक पृष्ठ ७२ पुराण सुवण्णकाकणी सतेरक मासकाकणी (१३) भाण्डोपकरणविभाग सिप्पमय कालंची सेलमय करकी पृष्ठ ७२ कुठारिका थीजातीय भंडो- थाली मंडी अलंदिका दव्वी उक्खली केला थालिका उट्टिका गरण माणिका जिसका भायमणी चुल्ली फूमणाली समंछणी मंजूसिका मुहिका सलाकंजणी पेल्लिका धूतुल्लिका पिच्छोला फणिका दोणी उकुलिणी पाणी ममिला पडालिका घडी Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001065
Book TitleAngavijja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year1957
Total Pages487
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Jyotish, & agam_anykaalin
File Size15 MB
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